कोरोना कहर के बीच फ्रांस ने 4 हफ्ते के लिए पूरे देश में लगाया लॉकडाउन, जानें क्या-क्या रहेंगे बंद

पेरिस। कोरोना वायरस ने एक बार फिर से दुनिया को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है। फ्रांस में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने सरकार की नींद उड़ा दी है। यही वजह है कि बढ़ते संक्रमण के बीच फ्रांस में 4 सप्ताह का लॉकडाउन लगा दिया गया है। समाचार एजेंसी के मुताबिक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कोरोना पर काबू पाने के लिए पूरे देश में चार हफ्ते का लॉकडाउन लगा दिया है। इस लॉकडाउन के आदेश के बाद अब सभी स्कूल कम से कम चार सप्ताह तक बंद रहेंगे।

बुधवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए इमैनुएल मैक्रों ने लोगों से कोरोना नियमों का पालन करने को कहा और उस रणनीति को अपनाने को कहा, जिससे कोरोना को हराया जा सके। जनवरी में जब यूरोपीय देशों में प्रतिबंध लगाए जा रहे थे, तब फ्रांस ने खुद को इससे अलग रखा था। जनवरी में लॉकडाउन जैसे फैसले नहीं लेने के पक्ष में तर्क देते हुए उन्होंने कहा कि महामारी पर नियंत्रण खोए बिना हमें कई सप्ताह की स्वतंत्रता मीली, अपने बच्चों के लिए सीखने का समय मिला। हमने सैकड़ों-जारों श्रमिकों को फिर से उठ खड़े होने का मौका दिया।

राष्ट्रपति मैक्रों ने बुधवार के अपने संबोधन में आदेश दिया कि अगले चार सप्ताह तक फ्रांस में सभी स्कूल बंद रहेंगे। फ्रांस में यात्रा प्रतिबंध लगा दिए गए हैं और अनिवार्य वस्तुओं की दुकानें ही खुली रहेंगी। इसके अलावा, देशभर में गैर-जरूरी दुकानें अगले चार सप्ताह तक बंद रहेंगे।

TV पर देश को संबोथित करते हुए मैक्रों ने कहा कि ‘शनिवार की शाम से और चार सप्ताह तक 10 किमी से ज्यादा दूर जाने पर रोक होगी। कर्फ्यू के घंटों के दौरान या दस किलोमीटर से अधिक दूर जाने के लिए पास की जरूरत होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना पर काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन की रफ्तार में और गति लाई जाएगी।

गौरतलबा है कि फ्रांस में बुधवार को कोरोना वायरस के 53 हजार से अधिक कोरोना केस दर्ज किए गए। हालांकि, इसमें मंगलवार के मामले भी शामिल हैं क्योंकि उस दिन इसके आंकड़े जारी नहीं किए गए थे। देश में बुधवार को 304 लोगों की मौतें भी हुईं। बता दें कि अब तक कोरोना वायरस के मरने वालों की संख्या फ्रांस में 95,667 पहुंच चुकी है।

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