पाकिस्तानी मंत्री शेख राशिद का अजीबोजरीब बयान, आंसू गैस के गोलों का लंबे वक्त से नहीं हुआ था इस्तेमाल, सही हैं या नहीं उनका टेस्ट करना जरूरी था

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के ‘जोकर’ मंत्री शेख राशिद अहमद ने सरकारी कर्मचारियों को लेकर बेहद अजीबोजरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि सरकारी कर्मचारियों के ऊपर आंसू गैसे के गोले छोड़ना बेहद जरूरी था, क्योंकि आंसू गैस के उन गोलों का लंबे वक्त से इस्तेमाल नहीं हुआ था ऐसे में आंसू गैस के गोले सही हैं या नहीं उनका टेस्ट करना जरूरी था।

दरअसल, पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में सरकारी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पाकिस्तानी पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे, जिसे सही ठहराते हुए पाकिस्तान के मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा है कि सरकारी कर्मचारियों पर आंसू गैस के गोले दागना बेहद जरूरी था। क्योंकि आंसू गैस के गोले काफी लंबे वक्त से रखे हुए थे और उनका इस्तेमाल नहीं हुआ था। ऐसे में आंसू गैस के गोले सहीं हैं या खराब हो चुके हैं, उसका टेस्ट करना भी जरूरी था, इसीलिए सरकारी कर्मचारियों पर आंसू गैसे को गोले दागे गये। पाकिस्तानी मंत्री ने यह भी कहा कि थोड़े मात्रा में ही आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल हुआ है, ज्यादा नहीं।

दरअसल, पिछले हफ्ते सरकारी कर्मचारियों के प्रदर्शन के दौरान इस्लामाबाद पुलिस ने एक हजार से ज्यादा आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल प्रदर्शनकारियों की भीड़ को हटाने के लिए किया था। सरकारी कर्मचारी सरकार से महंगाई बढ़ने की वजह से वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे थे। सरकारी कर्मचारियों ने ऐलान किया था कि जबतक पाकिस्तान सरकार उनकी सैलरी नहीं बढ़ाती है तबतक वो पाकिस्तानी सचिवालय के पास धरना देंगे। जिसके बाद पिछले बुधवार को इस्लामाबाद पुलिस और प्रदर्शनकारी सरकारी कर्मचारियों के बीच दिनभर गुत्थमगुत्थी होती रही। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने एक हजार से ज्यादा आंसू गैस के गोले प्रदर्शनकारी सरकारी कर्मचारियों पर चलाए थे। हालांकि, अगले दिन पाकिस्तान सरकार की कमेटी में बैठक के दौरान सरकारी कर्मचारियों के साथ समझौता हो गया था मगर इस्लामाबाद पुलिस की अभी भी काफी आलोचना हो रही है।

पाकिस्तान के इंटीरियर मंत्री शेख राशिद भी उस कमेटी का हिस्सा थे जिसे पाकिस्तान सरकार ने सरकारी कर्मचारियों से बातचीत के लिए गठन किया था। बैठक के बाद जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने जबाव देते हुए कहा है कि असली समस्या आंसू गैस के गोले नहीं हैं, वो तो टेस्ट करने के लिए इस्तेमाल किए गये थे, असली समस्या वेतन वृद्धि है क्योंकि वेतन बढ़ाने से सरकारी खजाने पर करोड़ों रुपये का अतिरिक्त भार आएगा और सरकार के पास उतने पैसे नहीं हैं। आपको बता दें कि शेख राशिद अपने अजीबोगरीब बयान के लिए मशहूर हैं।

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