गौतम अडानी – नाडर, जैसे दिग्गजों को पछाड़, रिटेल चेन कंपनी D-Mart के संस्थापक दमानी बने भारत के दूसरे सबसे अमीर शख्स
नई दिल्ली। रिटेल चेन चलाने वाली कंपनी D-Mart के संस्थापक राधाकृष्ण दमानी भारत के दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। उन्होंने शिव नाडर, गौतम अडानी जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है। दमानी का नेटवर्थ करीब 17.5 अरब डॉलर (करीब 1,25,000 करोड़ रुपये) हो गया है। दमानी शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक भी हैं। देश के सबसे अमीर शख्स रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी हैं। इनका नेटवर्थ 57.4 अरब डॉलर है।
फोर्ब्स रियल टाइम बिलिनियरीज इंडेक्स के मुताबिक पिछले हफ्ते एवेन्यू सुपरमार्केट के शेयर पिछले हफ्ते 5 फीसदी चढ़ गए थे। इसकी वजह से दमानी का नेटवर्थ बढ़ गया। शनिवार को दमानी का नेटवर्थ 17.8 डॉलर तक पहुंच गया था। इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एवेन्यू सुपरमार्केट के मुनाफे में 53.3 फीसदी की जबरदस्त बढ़त हुई है। कंपनी ने इस दौरान 394 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। अमीर भारतीयों में उनके बाद एचसीएल के शिव नाडर (16.4 अरब डॉलर), उदय कोटक (15 अरब डॉलर) और गौतम अडानी (13.9 अरब डॉलर) का स्थान है।
डी-मार्ट ने नेस्ले को पीछे छोड़ा; डी-मार्ट के फाउंडर राधाकृष्ण दमानी की नेटवर्थ गौतम अदाणी से भी ज्यादा
बिजनेस डेस्क. सुपरमार्केट चेन डी-मार्ट का संचालन करने वाली कंपनी एवेन्यू सुपरमार्ट्स ने मार्केट कैप में सोमवार को नेस्ले और बजाज फिनसर्व को पीछे छोड़ दिया। एवेन्यू सुपरम… pic.twitter.com/Tzzuk4tvtm
— Lulubox APK (@BarhSonu) February 11, 2020
65 साल के दमानी 2002 में रिटेल बिजनेस में उतरे और मुंबई में पहला स्टोर खोला। अब 200 स्टोर हैं और करीब 1.5 लाख करोड़ रु. मार्केट कैप है। भारत के वॉरेन बफे कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला के मेंटोर भी दमानी ही हैं। मार्च 2017 में एवेन्यू सुपरमार्केट का IPO आने के बाद वहउन्हें भारत का रिटेल किंग कहा जाने लगा। उन्होंने 2002 में मुंबई के एक उपनगरीय इलाके से खुदरा कारोबार की शुरुआत की थी।
हमेशा सफेद शर्ट और सफेद पैंट में दिखने वाले दमानी को मिस्टर व्हाइट एंड व्हाइट भी कहते हैं। वह शेयर बाजार के एक प्रख्यात जानकार और निवेशक हैं। उन्होंने अपने D-Mart को भारत का एक सफल सुपरमार्केट चेन बना दिया है। पिछले एक साल में एवेन्यू सुपरमार्केट के शेयरों में 30 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई है और कंपनी की बाजार पूंजी में 36,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की बढ़त हुई है।