दो राज्यों के तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा करने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस में ‘भोले बाबा’ के लिये रिजर्व है 1 सीट, सीट पर बनाया गया एक मंदिर
लखनऊ। PM नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी से काशी महाकाल एक्सप्रेस को रवाना किया। इसमें एक सीट भगवान शिव के लिए भी आरक्षित है। यह एक्सप्रेस दो राज्यों के तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा करेगी। ट्रेन में भगवान शिव के लिए सीट आरक्षित करने ने नए विचार के बाद रेलवे प्रशासन इस पर विचार कर रहा है कि ट्रेन में स्थायी तौर पर ‘भोले बाबा’ के लिए एक सीट आरक्षित की जाए। यह ट्रेन इंदौर के निकट ओंकारेश्वर, उज्जैन में महाकालेश्वर और वाराणसी में काशी विश्वनाथ को जोड़ेगी। उत्तरी रेलवे के लिए प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया कि कोच संख्या बी5 की सीट संख्या 64 भगवान के लिए खाली की गई है।
काशी महाकाल एक्सप्रेस की कोच नम्बर B5 के सीट 64 को छोटे से मंदिर में परिवर्तित कर दिया गया है।
भारतीय रेल के इतिहास मे पहली बार ऐसा हुआ होगा जब ट्रेन के कोच मे एक सीट #महादेव के लिए रखी गई हो।काशी महाकाल एक्सप्रेस तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा कराएगी।
हर हर महादेव।— Akash RSS (@Satynistha) February 17, 2020
रेलवे ने IRCTC संचालित तीसरी सेवा शुरू की है। यह ट्रेन उत्तर प्रदेश के वाराणसी से मध्य प्रदेश के इंदौर तक जाएगी। कुमार ने कहा, ‘‘ ऐसा पहली बार हुआ है जब एक सीट भगवान शिव के लिए आरक्षित और खाली रखी गई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ सीट पर एक मंदिर भी बनाया गया है ताकि लोग इस बात से अवगत हों कि यह सीट मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल के लिए है।”कुमार ने कहा कि ऐसा स्थायी तौर पर करने के लिए विचार किया जा रहा है।
भगवान शिव के भक्त ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर, व काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के लिए सुविधापूर्वक जा सके, इसलिए इंदौर से वाराणसी तक ‘काशी महाकाल एक्सप्रेस’ शुरू की जा रही है।
आधुनिक सुख सुविधाओं से युक्त इस ट्रेन का शुभारंभ प्रधानमंत्री @NarendraModi जी 16 फरवरी को करेंगे। pic.twitter.com/2vyLdrqn7N
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) February 14, 2020
वाराणसी से इंदौर के बीच सप्ताह में तीन बार चलने वाली इस ट्रेन में भक्ति भाव वाली हल्की ध्वनी से संगीत बजेगा और प्रत्येक कोच में दो निजी गार्ड होंगे और यात्रियों को शाकाहारी खाना परोसा जाएगा।