बाबा का ढाबा: घाटे के बाद बंद हुआ रेस्टोरेंट, पुराने काम पर लौटे कांता प्रसाद

नई दिल्ली। ‘बाबा का ढाबा’ चलाने वाले कांता प्रसाद कभी सोशल मीडिया पर काफी मशहूर हुए थे। उनकी इतनी चर्चा हुई थी कि उनके ढाबे पर खाना खाने वालों की लाइन लग गई थी। लेकिन अब कांता प्रसाद को व्यापार में जबरदस्त नुकसान हुआ है और मजबूरन उन्हें अपने पुराने काम पर लौटना पड़ा है। जी हां, कांता प्रसाद ने लोगों से मदद मिलने के बाद पिछले ही साल दिसंबर के महीने में अपना एक रेस्टोरेंट खोल लिया था। जानकारी के अनुसार कांता प्रसाद को अब अपना यह रेस्टोरेंट बंद करना पड़ा है। कांता प्रसाद ने कहा कि ‘1 लाख रुपए निवेश करने के बाद सिर्फ 35,000 रुपए की कमा सकें। इसी वजह से रेस्टोरेंट को बंद करना पड़ा है। कांता प्रसाद ने कहा कि मैं अब अपने पुराने ढाबे को चलाकर ही खुश हूं। मैं जब जिंदा रहूंगा तब तक यह ढाबा चलाऊंगा। जिस दिन कारोबार गिरने लगेगा, मैं इसे बंद कर दूंगा। मैंने पिछले साल डोनेशन में मिले पैसों में से 20 लाख रुपए अपने और अपनी पत्नी के लिए रखे हैं।

कांता प्रसाद और उनकी पत्नी बादामी देवी की आर्थिक स्थिती में सुधार लाने के लिए कई लोगों ने मदद का हाथ बढ़ाया था। कई बड़ी हस्तियों ने भी अच्छे खासे अमाउंट में डोनेशन की थी। इस मदद से कांता प्रसाद ने खुद का एक नया रेस्टोरेंट खोला था। लेकिन, कोरोना के चलते उनका ये नया रेस्टोरेंट ज्यादा दिन चल नहीं पाया, ग्राहकों की संख्या कम होती गई। जिसके चलते उन्हें भारी नुकसान हुआ। आखिर कांता प्रसाद और उनकी पत्नी को दक्षिण दिल्ली के मालवीय नगर में उनके रेस्टोरेंट को बंद करना पड़ा और वो वापस पुराने ढाबे पर आ गए हैं।

गौरतलब है कि पिछले ही साल अक्टूबर में बाबा का ढाबा वाले कांता प्रसाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। कोरोना की वजह से आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे बुजुर्ग दंपति का वीडियो एक यूट्यूबर ने यू-ट्यूब पर डाला था। जिसके बाद लोगों ने इस वीडियो को काफी शेयर किया था और इनके ढाबे पर अचानक भीड़ बढ़ गई थी। कई लोग कांता प्रसाद की मदद के लिए आगे आए थे।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.