#Swiggy के ट्वीट ने सोशल मीडिया की दुनिया में मचाया बवाल, यूजर्स ने अन-इंस्टॉल किया #App. जानिए पूरा मामला..

न्यूज़ डेस्क। सोशल मीडिया ऐप्स पर आए दिन कोई-न-कोई हैशटैग किसी न किसी वजह से दिनभर ट्रेंड करता रहता है। ऐसे में इन दिनों चल रहे कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन को लेकर भी ट्विटर पर कई ट्वीट्स किए जा रहे हैं, किसान आंदोलन से जुड़े कई हैशटैग इंटरनेट की दुनिया पर छाए हुए हैं। इसी बीच ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली स्विगी (Swiggy) ने एक ऐसा ट्वीट कर दिया, जिससे सोशल मीडिया की दुनिया पर हायतौबा मचनी शुरू हो गई। जब इस ट्वीट ने तूल पकड़ी तो नौबत ये आ गई कि कुछ लोगों ने स्विगी ऐप को अन-इंस्टॉल भी करना शुरू कर दिया है। अब चलिए आपको पूरा मसला समझाते हैं कि आखिर असल माजरा क्या है।

दरअसल किसान आंदोलन के बीच एक यूजर द्वारा किए गए ट्वीट से जुड़ा है, जिसका जवाब स्विगी ने ट्वीट कर दिया था। Nirmo Tai 2.0 नामक एक यूजर ने, जिसका हैंडल @Cryptic_Miind है, उसने ट्वीट किया, ”किसानों के प्रदर्शन को लेकर मेरा भक्त दोस्त के साथ वाद-विवाद हो गया। उसने कहा कि हम खाने के लिए किसानों पर निर्भर नहीं हैं, क्योंकि हम हमेशा स्विगी से ही खाना ऑर्डर करते हैं। इस ट्वीट को देख कई यूजर्स ने निराशा जाहिर की। इस ट्वीट पर यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया दे ही रहे थे कि इसी दौरान स्विगी ने भी अपने ऑफिशियल हैंडल से एक ट्वीट कर दिया, जिसके बाद बवाल कटना तय था। स्विगी ने तंज कसते हुए लिखा, ”माफी, हम एजुकेशन को रिफंड नहीं कर सकते हैं।” इसी ट्वीट के बाद स्विगी का कई यूजर्स ने बॉयकॉट करना शुरू कर दिया और ऐप अन-इंस्टॉल करने की मुहिम चलने लगी।

एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि पहली बात तो यह कि ये केवल पंजाब और हरियाणा के किसानों का प्रदर्शन है। दूसरी बात ये कि हम फ्री में खाना नहीं लेते। तीसरी बात ये कि किसान पूरे देश में हैं, केवल पंजाब और हरियाणा में ही नहीं हैं। एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा कि मुबारक हो swiggy, तुमने अभी-अभी बड़ी संख्या में ग्राहकों को खो दिया है। एक अन्य यूजर ने लिखा कि अब तो ट्विटर हैंडल चलाने वाले शख्स की नौकरी जाना तय है। इसी के साथ कुछ लोगों ने स्विगी ऐप को को अन-इंस्टॉल करते हुए स्क्रीनशॉट शेयर किया। उन्होंने लिखा कि हम स्विगी को अन-इंस्टॉल कर रहे हैं, आपने कर दिखाया स्विगी। जबकि एक और यूजर ने लिखा कि बाय-बाय स्विगी।

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