कोविड-19 : कोरोना संकट में हम दुनियाभर में दवा भेज रहे और तो पाकिस्तान संकट के घडी में भी आतंकवाद : सेना प्रमुख नरवणे

श्रीनगर। एक ओर जहां भारत समेत पूरी दुनिया कोरोना के खिलाफ जंग में जूझ रही है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान है जो इस संकट के घड़ी में भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की लगातार कोशिशें कर रहा है। बीते कुछ समय से सीमा पार से हो रहे आतंकी गतिविधियों पर सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया और कहा कि इस संकट के दौर में हम दुनियाभर में मेडिकल टीमें और दवाएं भेज कर मदद कर रहे हैं, मगर पाकिस्तान आतंकवाद का निर्यात कर रहा है।

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सेना प्रमुख नरवणे ने कहा कि जिस वक्त हम न सिर्फ हमारे देश के लोगों बल्कि अन्य देशों के लोगों को भी मेडिकल टीम, दवाएं भेजकर मदद कर रहे हैं, उस वक्त पाकिस्तान सिर्फ आतंक को एक्सपोर्ट कर रहा है। यह अच्छी बात नहीं है।’

उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया और भारत इस कोविड-19 महामारी के खतरे से जूझ रहा हा, हमारा पड़ोसी हमारे लिए भारी मुसीबत बना हुआ है। बता दें कि सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं और गुरुवार को उन्होंने कश्मीर घाटी का दौरा कर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।

कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि सेना प्रमुख के दौरे में उनके साथ उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी और चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू मौजूद थे। कर्नल कालिया ने कहा, ‘बादामी बाग छावनी में चिनार कोर के कमांडर ने सेना प्रमुख को नियंत्रण रेखा और अंदरूनी क्षेत्रों के हालात के बारे में जानकारी दी।’ उन्होंने कहा कि जनरल नरवणे ने जवानों के मनोबल और उत्साह की प्रशंसा की।

उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख ने हर समय चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता दोहराई। उन्होंने कहा कि जनरल नरवणे ने घाटी में शांति और सतर्कता कायम रखने के लिए और कोविड-19 को फैलने से रोकने के वास्ते लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए सभी सरकारी विभागों की प्रशंसा की। जनरल नरवणे ने सेना के 92 बेस अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों से भी मुलाकात कर उनके द्वारा किए जा रहे कार्य की प्रशंसा की।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.