भीम-मीम यानि दलित-मुस्लिम की बात करने वाली कांग्रेस अपने दलित विधायक के खिलाफ हिंसा पर चुप, सोनिया, राहुल और प्रियंका के मुंह पर लगा ताला, नहीं किया कोई ट्वीट

न्यूज़ डेस्क। हाल की धटना से एक बार फिर कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति का एक बार फिर पर्दाफाश हो गया है। कर्नाटक के बेंगलुरु में कांग्रेस के दलित विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर को उन्मादी मुस्लिम भीड़ ने जला दिया। उपद्रवियों ने कांग्रेस विधायक के घर में लगाने के बाद पूरे घर को तहस नहस कर दिया। अच्छी बात ये रही कि उस समय विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति अपने परिवार के साथ जन्माष्टी कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे और घर पर नहीं थे, नहीं तो बड़ी घटना हो सकती थी।

बेंगलुरु में अपने दलित विधायक के साथ इतनी बड़ी घटना हो जाने के बाद भी कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा चुप हैं। कांग्रेसी आलाकमान की चुप्पी का साफ मतलब है कि कांग्रेस अपने दलित विधायक के साथ खड़े होने की जगह टोपी वाले उन्मादियों के साथ खुद को दिखाना चाहती है और उनके खिलाफ बोलने से डरती है।

यह भी गौर करने वाली बात है कि भीम-मीम यानि दलित-मुस्लिम की बात करने वाली कांग्रेस अपने दलित विधायक के खिलाफ हिंसा पर चुप है। सोशल मीडिया में ये सवाल पूछे जा रहे हैं कि आखिर कांग्रेस अपने दलित विधायक के खिलाफ हिंसा पर चुप्पी क्यों साध रखी है, इसलिए कि उन्मादी मुस्लिम थे। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने इस दुखद घटना पर एक ट्वीट कर भी सात्वना तक नहीं जताया, यहां तक कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने एक जांच कमेटी बैठाने को लेकर अपने को इतिश्री कर लिया। अपने दलित विधायक के खिलाफ हिंसा के बारे में एक शब्द तक नहीं लिखा।

ज्ञात हो कि बेंगलुरु में मंगलवार में एक फेसबुक पोस्ट के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शहर में आंतक का तांडव मचा दिया। मुस्लिम दंगाइयों ने दो थानों, कांग्रेसी विधायक के घर के साथ सैकड़ों गाड़ियों में आग लगा थी। शहर के कई इलाकों में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की। अल्लाह-हू-अकबर और नारा-ए-तकबीर के नारों के बीच ये लोग हिंसा का खेल खेलते रहे। लेकिन सबसे बड़ी बात है कि इस घटना पर वामपंथियों, कांग्रेस परस्त सेकुलर, लिबरल, अवार्ड वापसी और टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ साथ राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी चुप हैं, जबकि उन्मानी लोगों ने उनके दलित विधायक की घर में आग लगा दी।

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