राहुल गाँधी डॉक्टर नहीं, जो उन्हें वेंटिलेटर जाँचना आता हो: AgVa के प्रोफ़ेसर ने कहा- मैं दिखाना चाहूँगा उन्हें डेमो

न्यूज़ डेस्क। कोरोना वायरस से निपटने के लिए पीएम केयर्स फंड के तहत वेंटिलेटर्स का निर्माण करने वाली कंपनी एगवा हेल्थकेयर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया है। कंपनी का दावा है कि उसके वेंटिलेटर अन्य कंपनियों की तुलना में बेहद सस्ते हैं। कंपनी के सह-संस्थापक दिवाकर वैश्य ने बताया कि इस बाजार में अंतरराष्ट्रीय विक्रेताओं का बहुत बड़ा नेक्सस है। ऐसे में, वे सभी लोगों ने इस प्रोजेक्ट के समर्थन की उम्मीद नहीं करते।

हमारे वेंटिलेटर 5-10 गुना सस्ते
एगवा हेल्थकेयर के सह-संस्थापक दिवाकर वैश्य ने कहा, ‘हमारा वेंटिलेटर 5-10 गुना सस्ता है, आम तौर पर इसकी कीमत 10-15 लाख होती है, जबकि हमारे वेंटिलेटर की कीमत 1.5 लाख रुपये है। इस बाजार में अंतरराष्ट्रीय विक्रेताओं का नेक्सस बहुत मजबूत है, क्या वे स्वदेशी उत्पादों की सफलता की सराहना करेंगे?’

‘डॉक्टर नहीं हैं राहुल गांधी’
दिवाकर वैश्य ने इन वेंटिलेटर्स में तकनीकी कमियों के राहुल गांधी के आरोपों का भी जवाब दिया।

दिवाकर ने एगवा के वेंटिेलेटर के इस्तेमाल को लेकर एक डेमो भी दिया ताकि बेवजह पैदा किए जा रहे विवाद को खत्म किया जाए।

इसके पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एगवा हेल्थकेयर द्वारा बनाए जा वेंटिलेटर्स को लेकर ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि ये वेंटिलेटर्स अच्छी गुणवत्ता वाले नहीं हैं और लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि इनमें गड़बड़ी करके यह दिखाया जाता है कि ऑक्सीजन सप्लाई इतनी हो रही है और जबकि होती नहीं है।

गौरतलब है कि पीएम केयर फंड से 50 हजार वेंटिलेटर का निर्माण किया जा रहा है। इसमें दस हजार वेंटिलेटर एगवा हेल्थकेयर बना रही है। पीएम केयर्स फंड से बनने वाले 50,000 वेंटिलेटरों में से 30,000 का निर्माण सरकारी उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड कर रही है। वहीं, बाकी 20,000 वेंटिलेटरों का निर्माण एगवा हेल्थकेयर (10,000), एएमटीजेड बेसिक (5650), एमएमटीजेड हाइ एंड (4000) और अलाइड मेडिकल (350) कर रही है।

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