दिग्विजय सिंह और उनके छोटे भाई लक्ष्मण आमने सामने, बैठे आवास के बाहर धरने पर

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और प्रदेश की चाचौड़ा से विधायक लक्ष्मण सिंह ने एक बार फिर अपने ही भाई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और कहा कि दिग्विजय की वजह से चाचौड़ा जिला नहीं बन पा रहा है। जबकि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसकी घोषणा कर दी है।

लक्ष्मण सिंह की अगुवाई में सैकड़ो समर्थक दिग्विजय सिंह के आवास पर धरने पर बैठ गए। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में लक्ष्मण सिंह चाचौड़ा विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं। अपने ही भाई के बंगले के बाहर धरने पर बैठे लक्ष्मण सिंह का आरोप है कि दिग्विजय सिंह 8 साल से चाचौड़ा नहीं गए, जबकि चाचौड़ा की जनता ने दिग्विजय सिंह को विधायक बनाया और मुझे सांसद बनाया और वह अब चाचौड़ा की जनता को ही समय नहीं दे रहे।

दरअसल, चाचौड़ा से विधायक लक्ष्मण सिंह की अगुवाई में एक प्रतिनिधि मंडल के रूप में मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिले थे। इस दौरान 26 जुलाई 2019 को मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि मध्यप्रदेश में गुना जिले की चाचौड़ा तहसील को 53वां जिला बनाया जाएगा। पिछली सरकार ने टीकमगढ़ जिले की निवाड़ी तहसील को विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश का 52वां जिला बनाया था। कमलनाथ ने कहा था कि चाचौड़ा का विकास छिंदवाड़ा जिले की तर्ज पर किया जाएगा। ग्वालियर संभाग के गुना जिले में आने वाले चाचौड़ा विधानसभा सीट 1951 में अस्तीत्व में आई थी। जिसके बाद इसे तहसील बना दिया गया था।

दिग्विजय सिंह के बंगले के बाहर धरने पर बैठे लक्ष्मण सिंह ने बताया कि वह बड़े भाई से समय लेने आए है। भाई साहब समय दे दें और हमें कुछ नहीं चाहिए। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह के साथ चाचौड़ा आकर जिला बनाने की घोषणा करने की बात कही थी तो हम दिग्विजय सिंह से समय लेकर स्वागत कार्यक्रम की तिथि लेने आए हैं। हालांकि जब लक्ष्मण सिंह धरने पर बैठे उस समय दिग्विजय सिंह बंगले पर नहीं थे। वहीं धरने की सूचना मिलने के बाद दिग्विजय बंगले पर पहुंचे और उन्होंने लक्ष्मण सिंह पर नाराजगी जाहिर की।

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