प्रधानमंत्री मोदी ने धोनी को लिखा भावुक पत्र, याद किया उनके योगदान को, कैप्टन कूल ने कहा शुक्रिया

न्यूज़ डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के क्रिकेट जगत से सन्यास लेने के पांच दिन बाद उन्हें एक भावुक पत्र लिखा। इस लंबे पत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने क्रिकेट में धोनी के योगदान को याद किया है और उन्हें करोड़ों युवाओं का प्रेरणास्रोत बताते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। धोनी ने इस पत्र के जवाब में पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया है।

महेंद्र सिंह धोनी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”एक कलाकार, सैनिक और खिलाड़ी को प्रशंसा की ही भूख होती है। वे चाहते हैं कि उनकी कड़ी मेहनत और बलिदान को सभी पहचानें और उसकी तारीफ करें। शुक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपकी ओर से मिली प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिए।”

गौरतलब है कि कैप्टन कूल के नाम से विख्यात महेंद्र सिंह धोनी 15 अगस्त की शाम अचानक सोशल मीडिया के जरिए इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। धोनी को उनके संन्यास के बाद देश-विदेश से लाखों प्रशंसकों, साथी खिलाड़ियों से बधाइयां मिलीं। अब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी धोनी को एक पत्र लिखकर बधाई दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने धोनी को लंबा पत्र लिखते हुए कहा कि 15 अगस्त को अपने ट्रेडमार्क बेबाक शैली में आपने एक छोटा वीडियो साझा किया, जो पूरे देश के लिए एक लंबी और भावुक चर्चा का विषय बनने के लिए पर्याप्त था। 130 करोड़ भारतीय निराश थे, लेकिन दिल से आपके आभारी भी हैं, उस सब के लिए जो आपने पिछले डेढ़ दशक में भारतीय क्रिकेट के लिए किया है।

पीएम मोदी ने आगे लिखा, ”अपने क्रिकेटिंग करियर को आंकड़ों के जरिये देखा जा सकता है। आप सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं, जिन्होंने भारत को दुनिया के चार्ट में सबसे ऊपर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आपका नाम इतिहास में सबसे महान क्रिकेट कप्तान के रूप में, दुनिया के बल्लेबाजों में से एक के रूप में और निश्चित रूप से सबसे अच्छे विकेटकीपर्स में से एक के तौर पर लिया जाएगा।”

श्री मोदी ने धोनी को लिखा, ”कठिन परिस्थितियों में आपकी निर्भरता, मैचों को फिनिश करने की आपकी क्षमता खासतौर पर 2011 के विश्व कप फाइनल में पीढ़ियों तक लोगों के जेहन में ताजा रहेगी। महेंद्र सिंह धोनी का सिर्फ उनके करियर के आंकड़ों की वजह से ही याद नहीं रखा जाएगा। आपका सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में मूल्यांकन आपके साथ अन्याय होगा। आपको सही तरह से मूल्यांकित करने के लिए आपको अद्भुत शख्सियत के रूप में देखा जाना चाहिए। एक छोटे से शहर से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर उभरना और देश को गौरव दिलाना अहम काम हैं। इसके बाद आपने करोड़ों युवाओं को प्रेरित किया। ऐसे स्कूल, कॉलेज के युवाओं को जो शाही परिवारों से नहीं आते, लेकिन जिनमें प्रतिभा है। नए भारत में आपका अहम रोल है।”

प्रधानमंत्री ने लिखा, ”आपने यह साबित किया कि यह बात मैटर नहीं करती कि आप कहां से ताल्लुक रखते हैं, यही बात लोगों को प्रेरित करती है। मैदान पर आपके बहुत से कारनामे पीढ़ियां याद रखेगी। इस पीढ़ी ने आपसे ही रिस्क लेना सीखा है। 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में अंतिम ओवर जोगेंद्र सिंह को देना इसका शानदार उदाहरण है। यह पीढ़ी कठिन से कठिन परिस्थितियों में संतुलन बनाए रखना भी आपसे सीखी है। हमने आपकी बहुत सी पारियां और मैच देखे हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी हिम्मत ना छोड़ने का हौसला हमने आपसे ही सीखा है।”

श्री मोदी ने लिखा, ”सबसे अहम है आप की निर्भयता और जिस तरह आपने टीम का नेतृत्व किया। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके बाल लंबे हैं या छोटे। आप जिस तरह जीत के बाद शांत दिखते हैं उसी तरह हार के बाद भी शांत रहते हैं। यह युवाओं के लिए एक बड़ा सबक है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने धोनी को लिखे पत्र में कहा, ”भारतीय सैन्य बलों से आपका विशेष लगाव का भी मैं जिक्र करना चाहूंगा। आप आर्मी पर्सोनल के रूप में सबसे ज्यादा खुश दिखाई दिए थे। कल्याण के लिए आपकी प्रतिबद्धताएं हमेशा याद रखी जाएंगी। मुझे उम्मीद है कि साक्षी और जिवा अब आपके साथ अधिक समय बिता पाएंगी। मैं आप सबको शुभकामनाएं देता हूं, क्योंकि उनके त्याग और सहयोग के बिना कुछ भी संभव नहीं होता। युवा आपसे सीखेंगे कि पेशेवर और निजी जिंदगी के बीच कैसे तालमेल बिठाया जाता है। मैंने आपका एक चित्र देखा है, जिसमें आप क्यूट जिवा के साथ खेल रहे हैं। एक टूर्नामेंट में जीत के बाद आप अपनी बेटी के साथ सेलिब्रेट कर रहे हैं। यही विशिष्ट धोनी हैं। मैं आपको भविष्य के लिए शुभकामाएं देता हूं।”

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