कोविशील्ड के पहले टीके से ही मिल जाती है 70% सुरक्षा, जानें- कितने दिनों बाद होता है, ट्रायल में दावा

नई दिल्ली। भारत में लगाई जा रही कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड का पहला टीका डोज लेने के 22 दिन बाद असर दिखाना शुरू कर देता है। यही नहीं पहली डोज से ही कोरोना से 76 फीसदी तक सुरक्षा मिल जाती है। तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के शुरुआती विश्लेषण में यह दावा किया गया है। एस्ट्रेजेनका की वेबसाइट पर अपनी वैक्सीन को लेकर यह बात की गई है। बता दें कि एस्ट्रेजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से वैक्सीन को लेकर रिसर्च की गई है और इसका उत्पादन भारत के सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से किया गया है। भारत में इस दवा को कोविशील्ड नाम से तैयार किया जा रहा है।

एस्ट्रेजेनेका की वेबसाइट पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि यूके, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में हुए क्लीनिकल ट्रायल में यह बात सामने आई है कि पहला टीका लगने के 22 बाद असर दिखने लगता है। ट्रायल के मुताबिक पहली डोज लेने के बाद 22 दिन बाद कोई गंभीर मामला या फिर अस्पताल में भर्ती किए जाने की स्थिति देखने को नहीं मिली। रिजल्ट्स के मुताबिक पहली डोज के बाद 76 फीसदी तक सुरक्षा मिलती है। इसके बाद 12 सप्ताह या उससे अधिक के गैप के बाद दूसरी डोज लेने पर यह और अधिक होते हुए 82 फीसदी तक हो जाता है।

ब्रिटेन में किए गए ट्रायल में यह बात भी सामने आई है कि वैक्सीन के चलते बिना लक्षण वाले वायरस को भी कंट्रोल करने में मदद मिली है। ज्ञात हो कि भारत सरकार की ओर से गुरुवार को ही यह सलाह दी गई है कि कोविशील्ड के पहले और दूसरे टीके के बीच 12 से 16 सप्ताह तक का गैप होना चाहिए। इससे पहले सरकार ने यह गैप 6 से 8 सप्ताह तक रखने की बात कही थी। यही नहीं एकदम शुरुआती दौर में तो यह गैप 4 सप्ताह रखने की ही बात कही गई थी, लेकिन बाद में कई एक्सपर्ट्स की सलाह के आधार पर इस अंतराल को बढ़ाने का फैसला लिया गया है।

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