तौकते के तबाही मचाने के बाद एक और चक्रवाती तूफान ‘Yaas’ के आने की आशंका, जानें कहाँ और कब

न्यूज़ डेस्क। भारत के पश्चिमी भाग में स्थित अरब सागर में उत्पन्न हुए चक्रवाती तूफान तौकते के बाद अब बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र उत्पन्न हो रहा है। इसे लेकर मीडिया और सोशल मीडिया में चर्चा है कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे इस कम दबाव के क्षेत्र के तीव्र होकर Cyclone Yaas में परिवर्तित होकर आगामी 23 से 27 मई के बीच पश्चिम बंगाल के तट से टकराने की आशंका है। यह दावा किया जा रहा है कि इस सुपर साइक्लोन के कारण भारत के पूर्वी तट समेत पश्चिम बंगाल के सुंदरबन इलाके में बारिश और तूफान की संभावना है।

देश के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव माधवन राजीवन ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बंगाल की खाड़ी के मध्य पूर्वी क्षेत्र और उसके आसपास के इलाकों में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है जिसका समय 23 मई अनुमानित है। राजीवन ने कहा, “यह सिस्टम 27 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से टकरा सकता है। हमारे मॉडल्स में इस कम दबाव क्षेत्र के निर्माण की जानकारी प्राप्त हो रही है लेकिन पूरी जानकारी अगले 2 या 3 दिन में उपलब्ध हो जाएगी।“ हालाँकि राजीवन ने यह भी बताया कि यदि ऐसा कोई चक्रवाती तूफान बनता भी है तो वह संभवतः Cyclone Tauktae जितना खतरनाक नहीं होगा।

हालाँकि क्षेत्रीय मौसम विभाग ने किसी भी चक्रवाती तूफान (Super Cyclone) की जानकारी देने से इनकार किया है। रिपब्लिक की खबर के अनुसार मौसम विभाग ने अपने बयान में कहा है कि विभाग द्वारा केवल एक कम दबाव के क्षेत्र की जानकारी दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में मध्य-पूर्वी क्षेत्र के आसपास 23 मई तक एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा।

मौसम विभाग का कहना है कि इस पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा रही है और वर्तमान में किसी भी चक्रवाती तूफान की संभावनाएं मात्र कम दबाव के क्षेत्र तक ही सीमित है। यदि इस कम दबाव के क्षेत्र से किसी चक्रवाती तूफान का निर्माण होता भी है तो उसकी पूरी जानकारी और चेतावनी दी जाएगी। मौसम विभाग द्वारा यह भी बताया गया है कि यदि चक्रवात उत्पन्न होगा तो उसका नाम ‘Cyclone Yaas’ होगा। यह नाम ओमान द्वारा दिया गया है। ‘Yaas’ का तात्पर्य है निराशा।

गुजरात में अपना प्रभाव दिखाने के बाद अब Cyclone Tauktae कमजोर पड़ने लगा है। NDRF के प्रमुख एस एन प्रधान ने मंगलवार को बताया कि चक्रवात का सबसे खराब दौर बीत चुका है और अब चक्रवात कमजोर पड़ जाएगा। हालाँकि भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात अब उत्तर भारत की ओर बढ़ चुका है जिसके कारण पंजाब, हरियाणा और सटे इलाकों में बारिश की संभावना है।

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