देवरी पिकनीक स्पॉट हादसा: हसदेव नदी में बही युवती का शव चार दिन बाद बरामद

जांजगीर-चाम्पा।

जिले के देवरी गांव स्थित हसदेव नदी हादसे में लापता युवती का शव आखिरकार चार दिन बाद बरामद हो गया। यह दर्दनाक हादसा गत 4 अक्टूबर को शाम हुआ था, जब बिलासपुर से पिकनिक मनाने आए पांच दोस्त नदी की तेज धारा में बह गए थे।बता दें कि जब बिलासपुर में पीएससी कोचिंग कर रहे तीन युवक लक्ष्मी शंकर, अंकुर कुशवाहा, आशीष भोई और दो युवतियां मोनिका सिन्हा, स्वर्णरेखा- देवरी पिकनिक स्पॉट पर घूमने आए थे। शाम लगभग 6 बजे पांचों लोग हसदेव नदी में नहाने उतरे। हल्का अंधेरा और तेज बहाव के कारण युवकों और युवतियों को नदी की गहराई का अंदाजा नहीं हो सका। वे धीरे-धीरे गहरे पानी की ओर बढ़ गए और नदी की तेज धारा में बहने लगे।इस दौरान आसपास मैजुद स्थानीय लोगों ने जब डूबते हुए युवकों और युवतियों को देखा, तो तुरंत पानी में छलांग लगाकर उनकी मदद की। इस दौरान मोनिका सिन्हा और लक्ष्मी शंकर को बचाया जा सका, जबकि अंकुर कुशवाहा, स्वर्णरेखा और आशीष भोई तेज बहाव में बह गए।

देवरी से कई किलोमीटर दूर मिले शव

घटना के दूसरे दिन स्थानीय लोग, कोटवार, मछुआरे, एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें ड्रोन कैमरों की मदद से बचाव और खोज अभियान में जुट गई। इस दौरान घटना स्थल से करीब 15 किलोमीटर दूर कुदरी बैराज से पहले अंकुर कुशवाहा का शव नगर सैनिक और कुदरी गांव के ग्रामीणों ने बरामद किया।वहीं इसके बाद आशीष भोई का शव भी नदी किनारे झाड़ियों में मिला।

जबकि, बीते 4 दिन से स्वर्णरेखा की तलाश जारी थी, उसका शव आज देवरी से कई किलोमीटर दूर देवरहा गांव के पास झाड़ियों में फंसा मिला।एडिशनल एसपी उमेश कुमार कश्यप ने बताया कि तेज बहाव और बारिश के कारण पानी की धार बाहरी रूप से शांत दिखाई देती है, लेकिन अंदर की धारा खतरनाक होती है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की है कि पिकनिक और जलक्रीड़ा के दौरान नदी की तेज धार को हल्के में न लें। खासकर देवरी पिकनिक स्पॉट जैसे स्थानों पर पानी में न जाएं, सुरक्षित दूरी बनाए रखें और फोटो या सेल्फी के लिए खतरनाक जगहों पर न जाएं।उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन ने पहले भी चेतावनी बोर्ड लगाए थे और भविष्य में ऐसे खतरनाक स्पॉट पर लोगों की सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने के लिए और उपाय किए जाएंगे

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