US Election 2020 : अमेरिका का राष्ट्रपति बनने से सिर्फ 6 वोट दूर जो बाइडेन, वोटों की गिनती रोकने कोर्ट पहुंचे डोनाल्ड ट्रंप
न्यूयॉर्क। संयुक्त राज्य अमेरिका के लोगों की बुधवार को अनिश्चितता के एक कोहरे के साथ नींद खुली, क्योंकि उन्हें देश के राष्ट्रपति चुनाव के अंतिम परिणाम का इंतजार था, जो कि अभी तक पूरा नहीं हो सका है। अभी तक यह सुनिश्चित नहीं हो सका है कि दुनिया के सबसे ताकतवर देश का नेतृत्व कौन करेगा। अमेरिका के लोगों के साथ ही दुनिया भर के तमाम देशों को अनिश्चितता के इस कोहरे के छंटने का इंतजार है, क्योंकि अभी तक लाखों वोटों की गिनती नहीं हुई है।
मतगणना में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडन अब भी आगे चल रहे हैं, लेकिन अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके बीच फासला बुहत कम रह गया है। कुल 538 इलेक्टोरल कॉलेज सीट में से बाइडन 238 और ट्रंप 213 पर जीत दर्ज कर चुके हैं, जबकि 87 सीटों के नजीजे आने अभी बाकी हैं। राष्ट्रपति पद तक पहुंचने के लिए 278 इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की जरूरत है।
NBC के अनुसार, 6.86 करोड़ वोट बाइडन के लिए और 6.6 करोड़ वोट ट्रंप के लिए पड़े हैं। ट्रंप अपने प्रतिद्वंदी बाइडन से 26 लाख वोटों से पीछे हैं। अभी 2.31 करोड़ वोटों की गिनती होना बाकी है। इसलिए अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है कि ऊंट किस करवट बैठेगा। यानी राष्ट्रपति चुनाव में कोई भी बाजी मार सकता है।
राष्ट्रपति का पद कौन संभालेगा, इसका फैसला अब लगभग छह राज्यों – एरिजोना, मिशिगन, नेवादा, उत्तरी कैरोलिना, पेंसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन के परिणामों पर टिका हुआ है, जहां 83 इलेक्टोरल कॉलेज सीटों पर वोटों की गिनती होनी है। इन चार राज्यों में ट्रंप चार में जबकि बाइडन दो में बढ़त बनाए हुए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव एक इलेक्टोरल कॉलेज पर आधारित होता है, जिसमें राज्य प्रतिनिधियों का आनुपातिक प्रतिनिधित्व होता है, जो किसी उम्मीदवार को कम लोकप्रिय वोटों से जीतने में सक्षम बनाता है, अगर इलेक्टोरल कॉलेज के वोट अधिक हों। ट्रंप ने 2016 में हिलेरी क्लिंटन को इलेक्टोरल कॉलेज में हराया था, हालांकि उन्हें हिलेरी के मुकाबले 28 लाख कम पॉपुलर (लोकप्रिय) वोट हासिल हुए थे।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मिशिगन में वोटों की गिनती रोकने के लिए अदालत पहुंच गए हैं। यह जानकारी ट्रंप के प्रबंधक बिल स्टीफन ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि ट्रंप ने मिशिगन में वोटों की गिनती रोकने के लिए अदालत में अपील की है। उन्होंने कहा, ‘हमने सही तरीके से मतगणना सुनिश्चित नहीं होने तक वोटों की गिनती रोकने के लिए मिशगन की अदालत में अपील दायल की है। हमने खोले गए तथा गिने गए मतपत्रों की की समीक्षा करने की भी मांग की है क्योंकि हमें ये सही नहीं लगते हैं।’ डोनाल्ड ट्रंप ने वोटों की गिनती के बीच देश को संबोधित किया और दावा किया है कि वह चुनाव जीत रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के नतीजे आश्चर्यजनक होंगे और हम जैसी उम्मीद कर रहे हैं, जीत वैसी ही होगी। ट्रंप ने कहा, हमने टेक्सस, नॉर्थ कैरोलिना और जॉर्जिया में जीत दर्ज की है। हमें जीत का पूरा भरोसा है।
वहीं बाइडन ने कहा, भरोसा रखिए, हम चुनाव जीतने जा रहे हैं। सीनेट रिपब्लिकन पार्टी के नियंत्रण में बने रहने के लिए तैयार दिखाई दे रही है और डेमोक्रेटिक पार्टी प्रतिनिधि सभा में अपना बहुमत बढ़ाने में मुश्किल में नजर आ रही है। एनबीसी के अनुसार, रिपब्लिकन ने 100 सदस्यीय सीनेट में 47 जबकि डेमोक्रेट ने 46 सीटें जीती हैं।
इस चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी ने कोरोना वायरस को भी बड़ा मुद्दा बनाया था। विपक्षी पार्टी ने ट्रंप प्रशासन पर कोरोना संक्रमण से ढंग से नहीं निपट पाने को लेकर आरोप लगाए हैं। इस बार के अमेरिकी चुनावों को एतिहासिक करार दिया जा रहा है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि इस बार चुनावी परिणाम आने में अधिक देरी भी हो सकती है।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव का मुकाबला उच्चतम न्यायालय तक पहुंचता दिख रहा है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन की प्रचार टीम कानूनी लड़ाई की तैयारी में है।
पेन्सिलवेनिया, विस्कॉन्सिन और मिशिगन जैसे कुछ महत्वपूर्ण राज्यों में मतगणना अब भी चल रही है। अब सबकी नजरें पेन्सिलवेनिया, मिशिगन, विस्कॉन्सिन, नेवादा, नार्थ कैरोलीना और जॉर्जिया के परिणाम पर है। इस बार रिकार्ड संख्या में डाक मतपत्रों से मतदाताओं ने वोट दिए, जिसके कारण मतगणना में अधिक समय लग सकता है।
पेन्सिलवेनिया के अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शुक्रवार तक सारे मतों की गिनती हो जाएगी। डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बाइडेन की प्रचार टीम का मानना है कि इससे उन्हें फायदा होगा जबकि ट्रंप की प्रचार टीम का मानना है कि मतगणना के दौरान चुनावी कदाचार हो सकता है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार तड़के व्हाइट हाउस में अपने समर्थकों से कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि कानून का उचित तरीके से इस्तेमाल हो, इसलिए हम अमेरिकी उच्चतम न्यायालय जा रहे हैं। हम मतदान को रोकना चाहते हैं। ”डेलावर में बाइडेन ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि रिकॉर्ड संख्या में डाक मतपत्र से वोट दिए गए हैं। हमें मतगणना पूरी होने तक धैर्य रखना होगा।”