महादेव को प्रिय इस पौधे में होता है बुद्धिदाता भगवान गणेश का निवास, घर में लगाने से नहीं होता टोने टोटके का असर
घर्म डेस्क। अपने घर के आसपास किसी बंजर भूमि पर आपने हरे रंग की गोल पत्तियों वाले पौधे को जरूर देखा होगा। इस पर सफेद रंग के फूल होते हैं।बहुत से लोग इसे जंगली पौधा मानकर अनदेखा कर देते हैं। इस पौधे को सामान्य भाषा में मदार, आक और अकउआ या फुड़हर के नाम से जाना जाता है। अगर आप भी ऐसा करते आए हैं तो अब से मत कीजिएगा क्योंकि ये कोई सामान्य पौधा नहीं होता।
धार्मिक मान्यता है कि इस पौधे में स्वयं बुद्धि प्रदाता भगवान गणेश का वास होता है, इसलिए ये पौधा महादेव को भी अत्यंत प्रिय है। यदि इसके सफेद पुष्प महादेव को समर्पित किए जाएं तो वे बहुत जल्द प्रसन्न होकर भक्त की मुराद को पूरा करते हैं। ज्योतिष के जानकारों का मानना है कि अगर इस पौधे को शुभ मुहूर्त में घर में लगा लिया जाए तो तमाम जटिल परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है।
टोने टोटके और बुरी नजर से बचाता
रविपुष्य योग में इस पौधे को घर के दरवाजे पर लगाने से ये परिवार को बुरी नजर से बचाता है। मान्यता है कि जब ये ये पौधा घर पर रहता है, तब तक घर में किसी भी तरह के टोने टोटके, तंत्र मंत्र वगैरह का असर नहीं होता। बुरी आत्माओं, दुर्भाग्य और बुरे ग्रहों की दृष्टि परिवार पर नहीं पड़ती।
कहा जाता है कि अगर किसी स्त्री को किसी परेशानी के चलते संतान सुख नहीं मिल पा रहा है तो रविवार को पुष्य नक्षत्र में इस पौधे की जड़ को अपनी कमर में बांध ले। इससे उसे मां बनने का सौभाग्य जरूर प्राप्त होता है।
कमर पर बांधने से तंत्र मंत्र होता बेअसर
अगर किसी व्यक्ति पर तान्त्रिक क्रिया की गई है तो मदार का एक टुकड़ा अभिमंत्रित करके कमर में बांधना चाहिए. इससे तंत्र मंत्र का प्रभाव बेअसर हो जाता हैं।
सौभाग्य देने वाला
अगर परिवार में एक के बाद एक परेशानियां आपको घेरे रहती हैं तो इस पौधे की जड़ को अभिमंत्रित करके दायीं भुजा पर बांधें। साथ ही नियमित रूप से गणेश जी का सौभाग्य वर्धक स्त्रोत का जाप करें। इससे सोया हुआ भाग्य फिर से जाग जाता है।