भारतीय रेलवे के 166 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कमाल, नहीं हुई 2019 में एक भी यात्री की ट्रेन एक्सीडेंट से मौत

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे के 166 साल के लंबे इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि इस साल किसी भी यात्री की जान नहीं गई है। इंडियन रेलवे ने दावा किया है कि इस वित्तीय वर्ष में एक भी यात्री की मौत नहीं हुई है। यानी भारतीय रेलवे के 166 साल के इतिहास में 2019-20 ‘जीरो पैसेंजर डेथ’ का गवाह बना है।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस पर खुशी जताते हुए एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा- ‘सेफ्टी फर्स्ट: 66 साल में पहली बार, चालू वित्त वर्ष में भारतीय रेल में एक भी यात्री की मौत नहीं हुई है।’

एक अन्य ट्वीट में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ‘रेलवे सेवाओं के एकीकृत होने से रेलवे की सुविधाओं, कार्यशैली, और निर्णय लेने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सुधार आयेगा। यह निर्णय विश्वस्तरीय रेल सेवायें देने के हमारे संकल्प की दिशा में उठाया गया एक कदम है, इससे रेलवे और बेहतर होगी तथा देश के विकास में अपना और अधिक योगदान देगी।’

दरअसल, 6 दिसंबर को दिल्ली हाईकोर्ट ने देश भर के सभी रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा और सुरक्षा उपायों के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की मांग करने वाली याचिका पर केंद्र से जवाब मांगा था। पिछले महीने यानी नवंबर में ही रेल मंत्रालय ने दावा किया था कि सुरक्षा में सुधार के लिए रेल पटरियों को आधुनिक बनाया जा रहा है।

रेल मंत्रालय ने यह भी कहा कि खामियों का पता लगाने और समय पर बेकार पटरियों को हटाने और रेलवे पटरियों की सुरक्षा में सुधार के लिए अल्ट्रासोनिक खराबी का पता लगाने (यूएसएफडी) का परीक्षण किया जाता है। मंत्रालय ने कहा कि इन सभी के अलावा, नियमित अंतराल पर ड्राइव और निरीक्षण, सुरक्षित प्रथाओं के पालन के लिए कर्मचारियों की निगरानी और शिक्षित करने के लिए किए जाते हैं।

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