केंद्रीय बजट 2021: आज़ादी के बाद पहली बार प्रिंट नहीं होगा बजट डॉक्यूमेंट्स, जानिए क्या है वजह, यंहा पढ़े कैसा होगा पेपरलेस बजट
नई दिल्ली। मोदी सरकार अपना अगला बजट पेश करने जा रही है। 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी, लेकिन इस बार बजट अलग होगा। पहली बार बजट पेपरलेस होगा। आजादी के बाद ये पहला मौका होगा, जब बजट डॉक्यूमेंट की छपाई नहीं की जाएगी। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए ऐसा फैसला लिया गया है।
निजी न्यूज़ पेपर की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। इस साल बजट डॉक्यूमेंट्स को प्रिंट नहीं कराने का निर्णय लिया है। ज्ञात हो कि आजादी के बाद यह पहली बार होगा, जब बजट डॉक्यूमेंट्स को प्रिंट नहीं किया जाएगा। लोकसभा और राज्य सभा सचिवालय ने इस बार कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए सांसदों से अनुरोध किया है कि वो बजट डॉक्यूमेंट्स की सॉफ्टकॉपी का ही इस्तेमाल करें।
बजट डॉक्यूमेंट के प्रिंटिंग प्रोसेस के करोना संक्रमण के खतरे को कम करने के मकसद के चलते इस बार पेपरलेस बजट पेश किया जाएगा। सांसदों को सॉफ्टकॉपी का इस्तेमाल करना होगा। गौरतलब है कि बजट की प्रक्रिया हलवा सेरेमनी के साथ शुरू हो जाती है। हर साल वित्त मंत्रालय की ओर से इस हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है, जिसके बाद बजट प्रिंटिंग का काम नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में शुरू हो जाता है। इस बार बजट प्रिटिंग न करने का फैसला लिया गया है और सॉफ्ट कॉपी की मदद से बजट पेश किया जाएगा।