मेरी जाति और राज्य के भी नहीं… रिश्तेदारों को नौकरी देने के आरोपों पर बोले बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़
नई दिल्ली। राजभवन में अपने 3 रिश्तेदारों को नौकरी देने के आरोपों का पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने खंडन किया है। TMC की सांसद महुआ मोइत्रा ने रविवार को गवर्नर पर ये आरोप लगाए थे, जिस पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने तथ्यों का साथ जवाब दिया है। धनखड़ ने सोमवार को ट्वीट किया कि आरोप तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। उन्होंने कहा कि उनके परिवार का कोई भी सदस्य नहीं है। इसके अलावा 4 लोग तो उनकी जाति के ही नहीं हैं। राज्यपाल ने लिखा, ‘महुआ मोइत्रा का यह ट्वीट और मीडिया में बयान कि पर्सनल में स्टाफ में 6 लोगों की जो नियुक्त हुई है, वे मेरे रिश्तेदार हैं। पूरी तरह से गलत है। ओएसडी तीन अलग राज्यों के हैं और 4 अलग-अलग जातियों से आते हैं। इनमें से कोई भी मेरे परिवार का नहीं हैं। यहां तक कि 4 तो मेरे राज्य और जाति के ही नहीं हैं।’
रविवार को महुआ मोइत्रा ने धनखड़ पर हमला बोलते हुए कहा था कि उन्होंने अपने तीन रिश्तेदारों को ही राजभवन में ओएसडी के तौर पर नियुक्ति दी है। इसके अलावा राजभवन के अधिकारियों के तीन करीबियों को जगह दी गई है। मोइत्रा के आरोपों पर जवाब देते हुए धनखड़ ने कहा कि TMC सांसद ने इस तरह का बयान इसलिए दिया है ताकि राज्य में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति से ध्यान हटाया जा सके। राज्यपाल ने ट्वीट किया, ‘ममता बनर्जी के शासन में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति से ध्यान हटाने की यह रणनीति है। मैं संविधान के अनुच्छेद 159 के तहत ली गई शपथ के अनुसार राज्य के हितों के लिए काम करता रहूंगा।’
This is unfolding of “distraction strategy” to divert attention from alarming law and order scenario @MamataOfficial.
Would continue undeterred and with zeal to serve the people of state and vindicate my oath of office under Article 159 of the Constitution.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) June 7, 2021
मोइत्रा ने रविवार को कहा था कि यदि राज्यपाल अपने बड़े परिवार के साथ बंगाल से चले जाएं तो स्थिति सुधर जाएगी। जगदीप धनखड़ ने जुलाई 2019 में बंगाल के राज्यपाल के तौर पर प्रभार संभाला था। तब से ही TMC की मुखिया ममता बनर्जी के साथ उनके रिश्तों में अनबन रही है। TMC नेताओं की ओर से कई बार राज्यपाल पर बीजेपी का एजेंट होने और भेदभाव बरतने के आरोप लगाए जाते रहे हैं। वहीं गवर्नर बंगाल में कानून व्यवस्था के मुद्दे और चुनावी हिंसा को लेकर ममता बनर्जी सरकार की कई बार आलोचना कर चुके हैं।
गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ ने हाल ही में ममता सरकार पर आरोप लगाया था कि वह चुनाव के बाद जारी हिंसा को रोकने में असफल रही है। यही नहीं उन्होंने सीएम ममता बनर्जी से कहा था कि वह सोमवार को आकर उनसे मुलाकात करें ताकि राजनीतिक हिंसा से पैदा हालातों पर चर्चा की जा सके। गवर्नर के इस ट्ववीट के बाद ही महुआ मोइत्रा ने उन पर हमला बोला था।