5 साल से छोटे बच्चों को भी लगेगा कोरोना टीका, Pfizer, BioNTech वैक्सीन है तैयार

नई दिल्ली। अब 5 साल से छोटे बच्चों को भी कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। फाइजर और बायोएनटेक ने छोटे बच्चों की वैक्सीन तैयार की है और अब दोनों कंपनियां अमेरिकी नियामकों से पांच साल और उससे कम उम्र के बच्चों को कोविड-19 वैक्सीन देने के लिए आपातकालीन प्राधिकरण की मांग करेंगी। अमेरिकी मीडिया ने मंगलवार को यह सूचना दी। बता दें कि इससे बड़े बच्चों को अमेरिया में टीका दे दिया गया है और यह अंतिम आयु वर्ग है जो अभी तक कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए योग्य नहीं है। मंजूरी मिलने के साथ ही छोटे बच्चों का भी टीकाकरण शुरू हो जाएगा।

द न्यूयॉर्क टाइम्स और अन्य समाचार एजेंसियों ने कहा कि मंगलवार को फाइजर और बायोएनटेक, दोनों कंपनियों ने छह महीने से पांच साल तक से कम उम्र के बच्चों के टीकाकरण के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मांग कर सकती हैं। अमेरिका में यह कदम तब उठाया जा रहा है जब देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट की लहर कम हो रही है, लेकिन माता-पिता अभी भी स्कूल बंद होने के कारण अपने बच्चों की शिक्षा और उनके टीकाकरण के लिए चिंताओं से जूझ रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी नियामक दवा निर्माता फाइजर से छह महीने से पांच साल तक के बच्चों के लिए अपने कोविड-19 टीके की दो-खुराक के लिए आपातकालीन उपयोग के लिए आवेदन करने की बात कही है, जबकि तीन-खुराक वाले टीके पर आंकड़े की प्रतीक्षा की जा रही है।

फाइजर के शुरुआती आंकड़ों से पता चला है कि टीका जो छोटे बच्चों को दिया जाएगा, वो सुरक्षित है और एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा करता है। हालांकि पिछले साल फाइजर ने घोषणा की थी कि दो-खुराक वाला टीका दो से पांच साल के बच्चों में कोविड-19 को रोकने में कम प्रभावी साबित हुआ, और नियामकों ने कंपनी को इस विश्वास पर अध्ययन में तीसरी खुराक जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया कि एक और खुराक वयस्कों में बूस्टर खुराक की तरह प्रभावशीलता को बढ़ाएगी।

एफडीए ने कंपनी को फरवरी में दो-खुराक के आंकड़ों के आधार पर अपना आवेदन जमा करने के लिए कहा है और फिर तीसरी खुराक के अध्ययन से आंकड़े प्राप्त होने के बाद अतिरिक्त प्राधिकरण के लिए फिर आवेदन करने को कहा जा रहा है। तीसरी खुराक के अध्ययन के आंकड़े मार्च के अंत तक आ सकते हैं।

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