रूस में मलेशिया के PM से मिले प्रधानमंत्री मोदी, उठाया जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा
व्लादिवोस्तोक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर बिन मोहम्मद से बृहस्पतिवार को मुलाकात की और दोनों नेताओं ने दोनों देशों के लोगों के कल्याण के लिए द्विपक्षीय संबंधों को विविधतापूर्ण बनाने के तरीकों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के पूर्वी सुदूर क्षेत्र में यहां पूर्वी आर्थिक मंच (EEF2019) की पांचवीं बैठक के इतर मलेशिया के प्रधानमंत्री से बात की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि व्लादिवोस्तोक में बैठकें जारी हैं। प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-मलेशिया सहयोग को विविधतापूर्ण बनाने के तरीकों पर चर्चा की ताकि दोनों देशों के लोगों की भलाई हो सके। एक महत्वपूर्ण आसियान सहयोगी के साथ संबंध मजबूत कर रहे हैं।
Strengthening ties with an important ASEAN partner
PM @narendramodi met with Malaysian PM @chedetofficial on the margins of #EEF2019 in #Vladivostok. Discussions focused on the multiple layers of India – Malaysian bilateral relationship. pic.twitter.com/E1Y8RgLkFd
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) September 5, 2019
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से व्लादिवोस्तोक में ईईएफ 2019 के इतर मुलाकात की। भारत एवं मलेशिया के द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर वार्ता की गई। मोदी 20वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर वार्ता और पूर्वी आर्थिक मंच (EEF2019) की पांचवीं बैठक में भाग लेने के लिए रूस आए हैं। मोदी को व्लादिवोस्तोक अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा आने पर गार्ड ऑन ऑनर दिया गया। यह मंच रूस के पूर्वी सुदूर क्षेत्र में कारोबार एवं निवेश अवसरों के विकास पर ध्यान केंद्रित करता है और क्षेत्र में भारत एवं रूस के बीच निकट एवं आपसी लाभकारी सहयोग विकसित करने के लिए अपार संभावनाएं पेश करता है।
Meetings continue in Vladivostok.
Prime Ministers @chedetofficial and @narendramodi discuss ways to diversify India-Malaysia cooperation for the benefit of people in both countries. pic.twitter.com/hbSjDUcMpz
— PMO India (@PMOIndia) September 5, 2019
(EEF2019) का आयोजन चार से छह सितंबर तक व्लादिवोस्तोक में किया जा रहा है। विदेश सचिव विजय गोखले ने मोदी के रूस रवाना होने से पहले पिछले सप्ताह नयी दिल्ली में कहा था कि इस यात्रा के दौरान हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया जाएगा।