सिर्फ एक साल में मिले ₹15 करोड़… चीन और कांग्रेस के बीच गोपनीय समझौता, क्या चीन का साथ देना ही है कांग्रेस की मज़बूरी?
न्यूज़ डेस्क। पूर्वी लद्दाख क्षेत्र स्थित गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों और चीन की सेना के बीच जारी गतिरोध के बीच चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) द्वारा कांग्रेस के साथ गुपचुप तरीके से साइन किए गए MOU और फिर राजीव गाँधी फाउंडेशन की चर्चा में खुलासा हुआ है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने समय-समय पर राजीव गाँधी फाउंडेशन में बहुत बड़ी मात्र में ‘वित्तीय सहायता’ दी थी।
टाइम्स नाउ न्यूज़ चैनल की एक रिपोर्ट के अनुसार, दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड के नाम पर किए गए चीन की सरकार और गाँधी परिवार के बीच अन्य गोपनीय समझौतों के साथ ही यह वित्तीय मदद करीब 300000 अमेरिकी डॉलर (उस समय के एक्सचेंज रेट के हिसाब से करीब 15 करोड़ रुपए) के आस-पास है।
#CongChinaFile | China donated to Rajiv Gandhi Foundation.
Not just @RahulGandhi-China MoU in 2008, but details of donations to Rajiv Gandhi Foundation are out.
Meanwhile, @BJP4India calls it proof of ‘quid pro quo’.Rahul Shivshankar & Navika Kumar with details. pic.twitter.com/JZNfdmuj5J
— TIMES NOW (@TimesNow) June 25, 2020
टाइम्स नाउ के अनुसार भारत स्थित चीनी दूतावास राजीव गांधी फाउंडेशन को फंडिंग करता रहा है। खबर के अनुसार चीन की सरकार वर्ष 2005, 2006, 2007 और 2008 में राजीव गांधी फाउंडेशन में डोनेशन करती है और इसके बाद वर्ष 2010 में एक अध्ययन जारी कर बताया जाता है कि भारत और चीन के बीच व्यापार समझौतों को बढ़ावे की जरूरत है।
राजीव गाँधी फाउंडेशन
ध्यान देने की बात यह है कि यह कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष स्वयं सोनिया गाँधी ही इस राजीव गाँधी फाउंडेशन की प्रमुख हैं। सोनिया गाँधी के साथ-साथ राहुल गाँधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम और प्रियंका गाँधी भी फाउंडेशन के ट्रस्टी हैं।
राजीव गाँधी फाउंडेशन, जो 1991 में स्थापित किया गया था, साक्षरता, स्वास्थ्य, विकलांगता, वंचितों के सशक्तीकरण, आजीविका और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन सहित कई मुद्दों पर काम करने का दावा करता है।
China donates to Rajiv Gandhi foundation in 2008.
Jihadi preacher Zakir Naik donated to Rajiv Gandhi foundation in 2011.
No wonder Maoists & Islamists get a free run under Congress rule. https://t.co/0q7kKOIvmd
— Nitin Gupta (@Nitin_Rivaldo) June 25, 2020
यह सब डोकलाम विवाद के दौरान घटित हो रहा था। यानी एक ओर जहाँ सीमा पर भारतीय सेना और चीन की सेना आमने-सामने थीं, तब राहुल गाँधी चीन की सरकार के साथ लंच करते हुए सीक्रेट समझौतों पर हस्ताक्षर कर रहे थे।
Quid Pro Quo: Rajiv Gandhi Foundation received large donations from China in lieu of the Rahul Gandhi-China MoU & promotion of India-China FTA?
At the cost of Indian people, Congress abjectly ‘Surrendered’ India’s national interest. #ChineseGandhis https://t.co/h92t2vAzAR
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) June 25, 2020
इसमें राहुल गाँधी को आमंत्रित किया गया था, उनके साथ गुपचुप लंच आयोजित किए गए। जबकि आज के समय पर वो गलवान घाटी में चल रहे घटनाक्रम पर यह साबित करने का प्रयास कर रहे हैं कि चीन ने भारत की जमीन हड़प ली है और केंद्र सरकार ने यह जमीन चीन को दे दी है।
Not just the Embassy of The Peoples Republic of China in India but even the Government of People’s Republic of China is a donor to the Rajiv Gandhi Foundation. Congress Presidnt Sonia Gandhi is the Chairperson of RGF. Dr MMS, Rahul Gandhi, PC and Priyanka Vadra sit on the board. pic.twitter.com/7jdLZZknC6
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 25, 2020
2008 में साइन किया गया यह MOU बेहद गोपनीय तरीके से साइन किया गया था, जिसके बारे में किसी को शायद ही भनक लग पाई हो यहाँ तक कि कांग्रेस कार्यकारिणी कमिटी तक को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में एक सवाल यह भी उठता है कि यदि यह डोनेशन और समझौते दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड अग्रीमेंट के लिए थे तो फिर इन्हें सार्वजानिक करने में कांग्रेस को क्या समस्या थी?
What happened after China funded RGF?
1) Not then PM of India, but Sonia Gandhi & family invited for Beijing Olympics 2008.
2) @RahulGandhi signed MoU with Chinese Communist party in 2008
3) Rajiv Gandhi Foundation did series of study on why India MUST SIGN FTA WITH CHINA. 4/5 pic.twitter.com/mRX4GIChFg— Akhilesh Mishra (@amishra77) June 25, 2020
कांग्रेस चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करती है। डोकलाम मुद्दे के दौरान, राहुल गाँधी गुपचुप तरीके से चीनी दूतावास जाते हैं। नाजुक स्थितियों के दौरान, राहुल गाँधी राष्ट्र को विभाजित करने और सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने की कोशिश करते हैं। इन सबके बीच गाँधी परिवार और चीन की सरकार के बीच साइन किए गए MOU की भूमिका को देखा जाना चाहिए है।
QUEEN VICTORIA WAS BRIBED BY CHINA
— Sambit Patra (@sambitswaraj) June 25, 2020
Rajiv Gandhi Foundation’s report 2009-11 mentions the proposed FTA between India and China will be feasible, desirable and mutually beneficial and should be comprehensive with free flow of good services, investment and capital. pic.twitter.com/HG2iqUNuE6
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) June 25, 2020
There is a pattern as to why Congress party does not condemn China because 10 years rule of Manmohan Singh govt is littered with various evidence as to how congress party tried to support China and make it earn tonnes of money by permitting the increase of trade deficit 33 times. pic.twitter.com/NZHAh263yA
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) June 25, 2020
राजीव गाँधी फाउंडेशन में चीन की सरकार की वित्तीय मदद, गाँधी परिवार के साथ रेगुलर मीटिंग, इंडिया-चीन स्टडी आदि घटनाक्रमों का अर्थ यह लगाया जा सकता है कि चीन की सरकार गुपचुप तरीके से राजीव गाँधी फाउंडेशन में वित्तीय मदद के नाम पर गाँधी परिवार के खतों में पैसे भेज रही थी? चीन की सरकार और गाँधी परिवार के बीच गुपचुप तरीकों से किए गए यह समझौते कई प्रकार के सवाल खड़े करते हैं।
#ChineseAgents In 2006 then Chinese Ambassador Sun Xuyi donated Rs 10 lakh to Rajiv Gandhi Foundation. What did Rajiv Gandhi do in return it did a study asking India to do a Free Trade Agreement with China. This agreement was in heavily in favour of China . pic.twitter.com/6v8Ns1Vn2n
— Chayan Chatterjee (@Satyanewshi) June 25, 2020
वर्ष 2008 में साइन किए गए इस MOU पर राहुल गाँधी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी में अंतरराष्ट्रीय मामलों के मंत्री वांग जिया रुई ने हस्ताक्षर किए थे। इस मौके पर सोनिया गाँधी और चीन के तत्कालीन उपराष्ट्रपति शी जिनपिंग भी उपस्थित थे।
Join the Dots
Pic 1 – Zakir Naik paid Rs 50 lakhs to Rajiv Gandhi Foundation in 2011
Pic 2 – UPA Govt under Sonia protecting Zakir Naik pic.twitter.com/InL1HdYvYd— Rishi Bagree ?? (@rishibagree) July 4, 2018
-Sonia Gandhi is chairman of Rajiv Gandhi Foundation, board has Rahul, Priyanka, MMS
-Foundation got huge donation from Govt of China in 2005
– RGF supported Free Trade Deal with China
Result- Trade deficit with China increased 33 times during UPA.#ChineseGandhis pic.twitter.com/tCXdP1AZG9
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) June 25, 2020