जहरीली आक्रामक सामग्री प्रसारित करने वाले न्यूज़ चैनलों को विज्ञापन नहीं : Parle-G, सोशल मीडिया पर फैसले की जमकर हो रही है जमकर तारीफ
नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों में न्यूज चैनल के बीच मची TRP की होड़ और सनसनीखेज खबरें पेश करने के चक्कर में ऐसे कंटेंट दिखाए जा रहे हैं, जो बेहद खतरनाक हैं। इस बात को गंभीरता से लेते हुए पारले कंपनी ने एक महत्वपूर्ण फैसला किया है। कंपनी अब ऐसे न्यूज चैनल पर विज्ञापन नहीं देगी, जो समाज में खबर के नाम पर नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर पारलेजी ट्रेंड कर रहा है। कंपनी के इस फैसले की सभी तारीफ कर रहे हैं। इंडियन सिविल लिबर्टीज यूनियन (Indian Civil Liberties Union) ने एक ट्वीट करते हुए कंपनी के फैसले की जानकारी दी है। पारले के इस फैसले को एक सकारात्मक कदम के तौर पर भी देखा जा रहा है। यह खबर सोशल मीडिया के आधार पर लिखी गई है।
Parle Products has decided not to advertise on news channels that broadcast toxic aggressive content.
These channels are not the kinds that the company wants to put money into as it does not favour its target consumer.
It's time more companies join the lead of Bajaj and Parle. pic.twitter.com/LNXr9ytmBF
— Indian Civil Liberties Union (@ICLU_Ind) October 11, 2020
ट्वीट के अनुसार, पारले प्रोडक्ट्स ने जहरीली आक्रामक सामग्री प्रसारित करने वाले समाचार चैनलों पर विज्ञापन नहीं देने का फैसला किया है। ये चैनल उस प्रकार के नहीं हैं जिसमें प्रचार के लिए कंपनी पैसा लगाना चाहती है। इस मुहीम में बजाज और पारले कंपनी सामने आई है। इस विचार से और कंपनियों को भी जुड़ना चाहिए।
TRP को लेकर न्यूज चैनलों में मची है होड़
बीते दिनों देखा गया कि कैसे न्यूज चैनल्स में TV चैनल TRP को लेकर होड़ मची हुई है। खुद को नंबर वन साबित करने के लिए चैनल्स ऐसे कंटेंट पेश कर रहे हैं, जो सामाज के लिए बेहद खतरनाक हैं। बता दें एक सनसनीखेज रहस्योद्घाटन में मुंबई पुलिस ने दावा किया कि कम से कम तीन टीवी चैनलों की ओर से TRP (टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट) डेटा में हेरफेर करने का पदार्फाश किया गया है। इस मामले में शामिल दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। मुंबई पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने इस मामले की जानकारी दी थी।