तेजस्वी यादव ने मुंगेर घटना की तुलना जलियांवाला बाग से की, बोले- पुलिस को जनरल डायर बनने की अनुमति किसने दी
पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग जारी है। इस बीच पटना में महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस पार्टी ने मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान मुंगेर में गोली चलाने वाली घटना का मुद्दा उठाया। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि आज प्रधानमंत्री बिहार आ रहे हैं। उनसे अपील है कि मां दुर्गा पर गोली चलाने वाली इस सरकार को तुरंत बर्खांस्त करें।
इस मीडिया ब्रीफिंग में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। उन्होंने मुंगेर की घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि वीडियो क्लिप से साफ पता चल रहा है कि पुलिस का रवैया क्या था। उन्होंने सवाल उठाया कि पुलिस ने लाठी क्यों चार्ज की? गोली क्यों चलाई? उन्होंने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की।
मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के दौरान पुलिस प्रशासन ने लोगों की बुरी तरह से पिटाई किया है । बिहार सरकार इस घटना की जांच कराएं और पुलिस वाले को बर्खास्त करें । यह सब कोई आतंकवादी नहीं है एक आम इंसान हैं । pic.twitter.com/DOtqUEjJsB
— Umesh nishad rlsp (@RlspUmesh) October 27, 2020
तेजस्वी यादव ने कहा कि पुलिस लोगों को ढूंढ-ढूंढकर पीट रही थी। वीडियो क्लिप दिल दहला देने वाला है। पुलिस का रवैया किसी को समझ नहीं आया। यह साफ दिखाता है कि इसमें डबल इंजन वाली सरकार की भूमिका रही है। सुशील मोदी ने ट्वीट के अलावा क्या किया है। जनरल डायर बनने की अनुमति किसने दी। उन्होंने सीधे तौर पर इसके लिए बिहार सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
कांग्रेस ने कहा कि जिन भक्तों के सर पर माता की चुनरी थी, नीतीश कुमार और सुशील मोदी की सराकर ने लाठियां भांजकर उनको खून से रंग दिया। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नीतीश कुमार, सुशील मोदी को इसपर जवाब देना होगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि मुंगेर की जो एसपी हैं, वो जेडीयू नेता की बेटी हैं। ऐसे में सवाल तो उठता ही है कि कहीं न कहीं से जनरल डायर बनने की इजाजत तो दी गई।