कृषि विश्वविद्यालय के प्रदर्शन प्रक्षेत्रों में अब भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा तय कृषि पद्धतियों का प्रयोग होगा

रायपुर ।

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के अंतर्गत संचालित सभी कृषि प्रदर्शन प्रक्षेत्रों में अब भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा तय कृषि पद्धतियों का उपयोग किया जाएगा। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय तथा भारतीय मान ब्यूरो के मध्य इस संबंध में आज यहां एक अनुबंध किया गया जिसके तहत कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित सभी प्रदर्शन प्रक्षेत्रों में भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा अनुशंसित मानक पद्धतियों का अनुसरण किया जाएगा। अनुबंध पत्र पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल तथा भारतीय मानक ब्यूरो के उप महानिदेशक  दिव्येंदु चक्रवर्ती ने हस्ताक्षर किये। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय भारत का दूसरा कृषि विश्वविद्यालय है जहां भारतीय मानक ब्यूरो तय मानकों का उपयोग किया जाएगा। अनुबंध के तहत भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा कृषि विश्वविद्यालय में अनुसंधान करने वाले शोधार्थियों को मानक अनुसंधान क्रियाओं का प्रयोग करने हेतु वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी जिससे अनुसंधान कार्यां की गुणवत्ता बढ़ेगी और शोधार्थियों को प्रोत्साहन प्राप्त होगा।

इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में विभिन्न अंचलों में अलग-अलग कृषि पद्धतियां एवं क्रियाओं का उपयोग किया जाता है जिसकी वजह से इसमें विविधताएं पाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित विभिन्न प्रदर्शन प्रक्षेत्रों में भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा अनुशंसित कृषि पद्धतियों एवं प्रक्रियाओं का उपयोग करने से कृषि उत्पादों की गुणवत्ता में वृद्धि होगी तथा उत्पादन में इजाफा होगा, इससे यहां होने वाले प्रदर्शनों का अवलोकन कर छत्तीसगढ़ के किसान भी लाभान्वित होंगे। डॉ. चंदेल ने कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, पंत नगर कृषि विश्वविद्यालय, उत्तराखण्ड के बाद देश का ऐसा दूसरा विश्वविद्यालय बन गया है जहां भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा अनुशंसित कृषि पद्धतियों का अनुसरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम रायपुर स्थित प्रदर्शन प्रक्षेत्र में इन मानकों का उपयोग किया जाएगा और धीर-धीरे विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित समस्त प्रदर्शन प्रक्षेत्रों को मानक पद्धतियों के अंतर्गत लाया जाएगा। भारतीय मानक ब्यूरो के उप महानिदेशक श्री दिव्येंदु चक्रवर्ती ने इस अवसर पर कहा कि आज का दिन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय तथा भारतीय मानक ब्यूरो दोनों के लिए काफी महत्वपूर्ण है जब कृषि विश्वविद्यालय द्वारा अपने प्रक्षेत्रों में ब्यूरो द्वारा निर्धारित मानकों के उपयोग हेतु समझौता किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में 22 हजार से ज्यादा मानक निर्धारित किये गये हैं जिनमें अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी, खाद्य प्रौद्योगिकी, खाद्य उत्पाद, ग्राहक सेवाएं, कृषि अनुसंधान आदि क्षेत्र शामिल हैं। भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा विभिन्न उत्पादों एवं प्रक्रियाओं के लिए आई.एस.आई., हॉलमार्क जैसे मानक निर्धारित किये गये हैं जिससे ग्राहकों एवं उपयोगकर्ताओं को उत्पादों एवं सेवाओं के मानकीकृत होने का भरोसा मिलता है। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा देश के 100 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों के साथ में शिक्षा एवं अनुसंधान के क्षेत्रों में अनेक अनुबंध किये गये हैं।

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के संचालक अनुसंधान विवेक कुमार त्रिपाठी ने स्वागत भाषण उद्बोधन में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय तथा भारतीय मानक ब्यूरो के मध्य संपादित अनुबंध के बारे में जानकारी दी। भारतीय मानक ब्यूरो के राज्य प्रमुख  सुरेश कुमार ने ब्यूरो द्वारा संचालित गतिविधियों एवं उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. जी.के. दास, निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. एस.एस. टुटेजा, निदेशक प्रक्षेत्र एवं बीज डॉ. राजेन्द्र लाकपाले, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय शर्मा, कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विनय कुमार पाण्डेय, खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. ए.के. दवे एवं विभिन्न विभागा के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, वैज्ञानिक सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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