ओडिशा में BJP को पहली बार बहुमतः दो दशक पुरानी BJD सरकार का पत्ता साफ
रायपुर।
छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य ओडिशा विधानसभा चुनाव में जीत किसकी होगी? इसका फैसला बस कुछ देर में ही हो जाएगा। भारत निर्वाचन आयोग यानी ECI ने नतीजों का ऐलान करना शुरू कर दिया है। फिलहाल, भारतीय जनता पार्टी बढ़त बनाए हुए है। वहीं, सत्तारूढ़ बीजू जनता दल दूसरे स्थान पर है। ओडिशा में 24 साल से सत्ता में काबिज नवीन पटनायक के हाथ से सत्ता खिसकती हुई दिखाई दे रही है। BJP को 147 में से 78 तो BJD को 51 सीटें मिल रही हैं। CM पटनायक ने दो विधानसभा से चुनाव लड़ा था, जिसमें एक में हार और दूसरे में उन्हें जीत मिली है।
राज्य की 147 सीटों के साथ-साथ लोकसभा की 21 सीटों पर नतीजे घोषित होंगे। राज्य में भाजपा और सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के बीच कांटे सीधी टक्कर है। बता दें कि साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य की 147 में से 117 सीटों पर जीत हासिल कर बीजद ने सरकार बनाई थी। जबकि भाजपा के खाते में 23 सीटें आईं थीं और कांग्रेस को 9 सीटों पर जीत मिली थी। पार्टी के अध्यक्ष नवीन पटनायक लगातार पांचवीं बार राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। पहली बार उन्होंने यह पद साल 2000 में संभाला था। पटनायक इस बार काटाभांजी विधानसभा सीट से चुनाव हार गए हैं।
बता दें कि ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव भी हुए हैं। ओडिशा में विधानसभा की 147 सीटें और लोकसभा की कुल 21 सीटें हैं। विधानसभा और लोकसभा चुनाव 13 मई से 1 जून तक चार चरणों में एक साथ आयोजित किए गए थे। विधानसभा चुनावों में बीजेडी के नवीन पटनायक चुनावी मैदान में थे तो भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम और मोदी की गारंटी पर चुनाव लड़ा था। सीएम नवीन पटनायक दो सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़े थे। हिंजली सीट पर उन्होंने जीत दर्ज की, जबकि कांटाभांजी सीट पर उन्हें बीजेपी लक्ष्मण बेग ने हराया है।
ओडिशा में विधानसभा की 147 सीटें
- भाजपा- 70 पर जीत, 8 पर आगे
- बीजू जनता दल- 46 पर जीत, 5 पर आगे
- कांग्रेस- 14 पर जीत
- सीपीएम- 1 पर जीत
- निर्दलीय- 3 पर जीत
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