बिना तथ्यों को जाने की जा रही बयानबाजी फर्जी – विजय बघेल

रायपुर।

भारतीय जनता पार्टी के सांसद और दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी विजय बघेल ने स्वामी अत्मानंद स्कूलों के नाम बदलने को लेकर फैलाए जा रहे झूठ के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आड़े हाथों लिया और कहा है बिना तथ्यों को जाने की जा रही बयानबाजी फर्जी आदमी की फर्जी बातें हैं। सांसद विजय बघेल ने स्पष्ट किया कि पीएमश्री योजना अंतर्गत चयनित किसी भी शाला का नाम परिवर्तित नहीं होगा, चयनित विद्यालयों के इस योजना में शामिल हो जाने से केन्द्र सरकार से अतिरिक्त आर्थिक एवं तकनीकी सुविधाएँ प्राप्त होंगीं।

भाजपा सांसद बघेल ने शनिवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर कांग्रेस एक बार फिर ‘प्रलाप-मोड’ पर आ गई है। कांग्रेस इस योजना को लेकर तरह-तरह के झूठ फैलाकर प्रदेश की जनता को भ्रमित करने की नाकाम कोशिशों में जुटी है। जिस कांग्रेस ने साधु-संतों पर गोलियाँ बरसाने और हर मौके पर उन्हें अपमानित करने में जरा भी शर्म महसूस नहीं की, आज वह कांग्रेस साधु-संतों के नाम पर घृणित राजनीति कर रही है जबकि आत्मानंद स्कूलों के लिए एक रुपए का बजट प्रावधान नहीं करके भूपेश सरकार ने खुद स्वामी आत्मानंदजी का घोर अपमान करने काम किया था, जबकि केंद्र सरकार ने पीएमश्री योजना के तहत आगामी पाँच वर्षों के लिए 27 हजार करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया है।  बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासनकाल में खोले गए स्वामी आत्मानंद स्कूलों की दुर्दशा, अव्यवस्था से पूरा प्रदेश वाकिफ है। अब प्रदेश की भाजपा सरकार शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिहाज से अनुकरणीय पहल कर रही है तो कांग्रेस के लोग प्रलाप कर रहे हैं। दरअसल जब भी विकास और शिक्षा के उन्नयन की बात होती है, कांग्रेस भयभीत नजर आने लगती है क्योंकि जहाँ-जहाँ शिक्षा का स्तर बढेगा, कांग्रेस खत्म होती जाएगी, जहाँ-जहाँ गरीबी हटेगी, कांग्रेस समाप्त होगी।

भाजपा सांसद  बघेल ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने किसी भी अपनी योजना-घोषणा के लिए कोई बजट प्रावधान नहीं किया और इधर-उधर की मदों के पैसों से योजना चलाते रहे और छत्तीसगढ़ को 91 हजार करोड़ रुपए के कर्ज के दलदल में धँसा दिया और एक भी इन्फ्रास्ट्रक्चर के काम नहीं किए। आज झूठ परोसकर जिस पीएमश्री योजना को लेकर भूपेश बघेल प्रलाप कर रहे हैं, दरअसल उस योजना के तहत केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत देशभर के 14,500 सरकारी स्कूलों अपग्रेड करने का फैसला लिया है। इन स्कूलों को पीएमश्री योजना के अंतर्गत अपग्रेड किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में भी इसका लाभ मिलेगा, इस योजना के तहत प्रथम चरण में छत्तीसगढ़ के 211 स्कूलों का चयन किया गया है और दूसरे चरण में 500 से अधिक शालाओं का चयन होगा। इसमें एलीमेन्ट्री स्तर पर 193 और सेकेंडरी स्तर पर 18 स्कूल शामिल हैं।

भाजपा सांसद बघेल ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है कि छत्तीसगढ़ में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य में प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएमश्री) योजना का शुभारंभ किया था। पीएमश्री योजना के पहले चरण में प्रत्येक शाला पर 2 करोड़ रुपए खर्च करके ‘हब एंड स्पोक’ मॉडल पर अपग्रेड किया जाएगा। इसका उद्देश्य केंद्र सरकार / राज्य/केंद्रशासित प्रदेश सरकार स्थानीय निकायों द्वारा प्रबंधित स्कूलों में से चयनित मौजूदा स्कूलों को मज़बूत करना है। इसके अलावा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक व्यापक पहुँच प्रदान करने के लिए प्रत्येक ब्लॉक में एक पीएमश्री स्कूल स्थापित करने की योजना है।

भाजपा सांसद बघेल ने कहा कि पीएमश्री योजना शिक्षा जगत में क्रांति लाएगी। इस योजना का सिर्फ एक मापदंड है जिसके तहत केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार शिक्षा के उत्थान के लिए भर-भरकर पैसा और संसाधन प्रदान करने वाली है। पीएमश्री योजना हर स्कूलों के लिए पद्मश्री के समान होगा और हर स्कूलों में खुद को बेहतर बनने की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होगी। श्री बघेल ने कहा कि नई शिक्षा नीति, जिसमें शिक्षकों स्तर को उठाने के कार्य होंगे, पीएमश्री योजना उसका प्रवेश द्वार साबित होगी। प्रधानमंत्रीश्री योजना 2024 का फायदा गिनाते हुए बघेल ने कहा कि इसमें कक्षा शिक्षकों को अनुभवात्मक शिक्षा प्रदान करना, उन्हें शैक्षिक प्रणाली को बढ़ाने के लिए विविध उपकरणों से परिचित कराना शामिल है। इस योजना में मापदंड पूरा करने पर देश का कोई भी स्कूल शामिल हो सकता है। चयनित होने पर, स्कूल एक आधुनिक संस्थान में बदल जाएगा। अधिक जानकारी के लिए, व्यक्तियों को योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

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