सेवानिवृत्ति पर रायपुर संभागायुक्त डाॅ. संजय अलंग को भावभीनी विदाई

रायपुर  ।

रायपुर संभागायुक्त डाॅ. संजय अलंग को सेवानिवृत्ति के अवसर पर भावभीनी विदाई अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा दी गई। 35 वर्षाें तक अपनी सेवाएं देने के बाद आज डाॅ अलंग सेवानिवृत्त हुए है। इस मौके पर अपने अनुभव साझा करते हुए डाॅ. अलंग ने कहा कि प्रशासनिक दायित्वों के 35 वर्ष का अनुभव बहुत ही यादगार रहा है। इस दौरान सभी का स्नेह मिला, वह हमेशा यादगार रहेगा। उन्होंने कहा कि मेरी प्रशासनिक यात्रा बेहद सुखद रही है और जो स्नेह मिला, उसकी स्मृतियां हमेशा मन में रहेगी। उन्होंने कहा कि उस दौर में पढ़ाई कठिन परिस्थितियों में होती थी और नौकरी शुरू करने के बाद प्रशासनिक दायित्व का बेहतर तरीके से निर्वहन किया। एक-दूसरे को काम के दौरान जानने-पहचानने का अवसर मिला और सदव्यवहार भी रखा गया। इस अवसर पर डाॅ. अलंग को शाॅल व श्रीफल भेंटकर अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा शुभकामनाएं दी गई।

इस अवसर पर उपायुक्त   ज्योति सिंह ने कहा कि कमिश्नर डाॅ. अलंग प्रशासन के मर्म को बेहतर समझते थे। प्रशासनिक कामकाज भी काफी प्रभावित करती रही है और सीख भी मिला है। उपायुक्त  सरिता तिवारी ने कहा कि डाॅ. अलंग ने तीन दशक से अधिक प्रशानिक दायित्वों को निर्वहन किया है। वे प्रशासनिक दायित्व को बेहतर समझतेे थे और बेहतर तरीके से समझाते थे। जनसंपर्क विभाग के उपसंचालक सौरभ शर्मा ने कहा कि डाॅ. अलंग के मार्गदर्शन में अकादमी प्रशिक्षण मिला है। उन्होंने साहित्यकार के साथ बेहतर प्रशासक के तौर पर काम किया। उनके महत्वपूर्ण लेख पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से पढ़ने को मिलते रहते थे। जनसंपर्क विभाग के सहायक संचालक सचिन शर्मा ने कहा कि प्रशासक के रूप में उत्कृष्ट प्रशासक थे। साथ ही एक अच्छे साहित्यकार थे। छत्तीसगढ़ संस्कृति का ज्ञान भी उनका बहुत गहरा है। उनके लिखे गए लेख ब्लाॅग के रूप में नई पीढ़ियों को पढ़ने को मिलेगा। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता अरूण कुमार राजपूत,  पूजा सोरी समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि डाॅ अलंग रायपुर संभाग आयुक्त के पद पर 14 जून 2023 से पदस्थ थे। इसके पूर्व उन्होंने वर्ष 2017 में महिला बाल एवं विभाग विभाग का आयुक्त के तौर पर जिम्मेदारी निभाई। बिलासपुर जिले में 25 जुलाई 2018 से 27 मई 2020 तक कलेक्टर रहे। 12 जून 2023 तक बिलासपुर में आयुक्त रहे। उन्हें केंद्र में मानव संसाधन और शिक्षा मंत्रालय के सर्वश्रेष्ठ शोध शिक्षा लेखन का सर्वाेच्च राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला चुका है। डाॅ. संजय अलंग की छत्तीसगढ़ पर 10 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। डाॅ. अलंग की 3 कविता संग्रह भी प्रकाशित है।

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