पीएम मोदी का मुसलमानों को संदेश, ‘जिस दिन हिंदू-मुस्लिम करूंगा, सार्वजनिक जीवन में रहने योग्य नहीं रहूंगा‘
नईदिल्ली ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि एक चुनावी रैली में उनके द्वारा ‘ज्यादा बच्चे पैदा करने’ का जिक्र किया गया था, जिसका मतलब मुसलमानों से नहीं था। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि मैं हिंदू-मुस्लिम में भेद नहीं करता हूं। जिस दिन में ऐसा करूंगा, उस दिन सार्वजनिक जीवन में रहने लायक नहीं रहूंगा। पीएम मोदी ने वाराणसी में नामांकन दाखिल करने के बाद एक इंटरव्यू में यह बात कही। बकौल पीएम मोदी, मैं हैरान हूं कि जब भी ज्यादा बच्चों की बात होती है, तो सिर्फ मुसलमान का नाम जोड़ देते हैं। यह मुसलमानों के साथ अन्याय है। हमारे यहां गरीब परिवारों में भी ये हाल है।
उनके बच्चों को भी पढ़ा नहीं पा रहे हैं। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि मैंने हिंदू या मुस्लिम का उल्लेख नहीं किया था। मैंने कहा था कि व्यक्ति को उतने ही बच्चे पैदा करने चाहिए, जितने आप देखभाल कर सकें। ऐसी स्थिति उत्पन्न न होने दें, जहां राज्य को आपके बच्चों की देखभाल करनी पड़े। जब पूछा गया कि क्या उन्हें विश्वास है कि इस लोकसभा चुनाव में मुसलमान उन्हें वोट देंगे, तो मोदी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि मेरे देश के लोग मुझे वोट देंगे। प्रधानमंत्री ने हिंदू-मुस्लिम के बारे में न बोलने का भी संकल्प लिया। बोले- अगर मैं हिंदू-मुस्लिम के बारे में बोलना शुरू कर दूं, तो मुझे समाज में रहने का अधिकार नहीं होगा। मैं हिंदू मुस्लिम नहीं करूंगा। यह मेरी प्रतिज्ञा है।