कोविड -19 : चीन में कोरोना से मचा हाहाकार और सरकार की जिद, अस्पतालों का हाल देख दिल दहल जाएगा
न्यूज़ डेक्स। दुनिया के कई देशों में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। चीन में तो कोरोना से हाहाकार मचा है। अस्पतालों में जगह नहीं है, शवों का दाह संस्कार करने के लिए लंबी लाइनें लगी हैं। लेकिन चीन ने बुधवार को कहा कि जीरो कोविड पॉलिसी हटाने के बाद 20 दिसंबर को कोविड -19 से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई। चीनी सरकार के अनुसार, केवल वे लोग जो वायरस के संक्रमण की वजह से मरते हैं, उन्हें ही कोविड मौत के आंकड़ों के तहत गिना जाएगा, अन्यथा कोविड से मौत नहीं कही जाएगी।
चीन के इस बयान का साफ मतलब यह है कि वायरस के प्रभाव के कारण होने वाली अधिकांश मौतों की अब गिनती नहीं की जाती है। जबकि कई अन्य देशों में, दिशानिर्देश निर्धारित करते हैं कि कोई भी मृत्यु, जहां वायरस का संक्रमण है, को कोविड के कारण मृत्यु के रूप में गिना जाना चाहिए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जताई चिंता
दूसरी तरफ, खबरें और वीडियो कुछ और ही कहानी कह रहे हैं। इसके मुताबिक चीन में कोरोना वायरस ने हाहाकार मचा रखा है। प्रमुख वैज्ञानिकों और WHO का मानना है कि चीन में कोरोना को देखते हुए इसके खात्मे की घोषणा करना फिलहाल जल्दबाजी होगी। चीन ने हाल ही में जीरो कोविड पॉलिसी को खत्म कर दिया है, जिसके बाद तेजी से मामले बढ़े हैं। एक अनुमान के मुताबिक बिना तैयारी के लिए गए इस फैसले से मार्च 2023 तक 10 लाख से ज्यादा मौत हो सकती हैं।
官方说没有重症,看看重庆医科大学附属第一医院 急诊留观区域。 pic.twitter.com/UsGiKoS4gG
— iPaul🇨🇦🇺🇦 (@iPaulCanada) December 20, 2022
इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि अस्पताल में मरीजों को फर्श पर सीपीआर दिए जाने और लगातार काम कर रहे थकान से चूर डॉक्टरों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्विटर हैंडल द्वारा साझा की गई एक क्लिप में चीनी शहर चोंकिंग के एक अस्पताल में इमर्जेंसी रूम में बड़ी अराजकता के दृश्य दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि यहां मरीज फर्श पर लेटे हुए हैं और मशीनों से डॉक्टर उन्हें ऑक्सीजन दे रहे हैं, मरीज की छाती पर दबाव बना रहे हैं।
अस्पताल के सभी बिस्तरों पर समान रूप से गंभीर स्थिति में मरीज भर्ती हैं, कई मरीज वेंटिलेटर पर दिख रहे हैं तो कई छटपटा रहे हैं। चीनी सोशल मीडिया पर शेयर किए गए दूसरे वीडियो में डॉक्टर इतने थके हुए दिख रहे हैं कि मरीजों को देखते-देखते सो गए हैं।