अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में महत्वपूर्ण हो चुके हैं अमेरिका में रह रहे लाखों भारतीय, एक-एक वोट साधने की कोशिश में है ट्रंप और बाइडेन
वाशिंगटन। अमेरिकी में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाला जाने हैं। इसे देखते हुए वहां रह रहे लाखों भारतीयों की अहमीयतता बढ़ गई है। डोनाल्ड ट्रंप हों या फिर जो बाइडेन, दोनों की कोशिश इन मतदाताओं की साधने की है। 2018 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में करीब 26 लाख भारतीय रहते हैं। इनमें से कई वहां को वोटर बन चुके हैं। ऐसे में इनका समर्थन दोनों उम्मीदवारों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव प्रचार अभियान के एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि भारतीय अमेरिकी जनता ट्रंप को दोबारा राष्ट्रपति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और राष्ट्रपति ट्रंप उनकी इस ताकत को समझते हैं।
ट्रंप विक्ट्री इंडियन अमेरिकन फाइनेंस कमेटी (ट्रंप को पुनर्निर्वाचित करने के लिए भारतीय अमेरिकी वित्त समिति) के सह अध्यक्ष अल मेसन ने कहा, ”आप, भारतीय अमेरिकी लोग ऐसी ताकत हैं, जिसे आज के समय में पहचाना जा सकता है। आप को अपनी शक्ति का एहसास नहीं है लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप आपकी शक्ति को समझते हैं।”
उन्होंने कहा कि ट्रंप के दोबारा चुने जाने में, भारतीय अमेरिकी खासतौर पर कड़े मुकाबले वाले राज्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप की वजह से भारतीय अमेरिकी समुदाय के 50 फीसदी से ज्यादा डेमोक्रेट्स, रिपब्लिकन पार्टी की तरफ आ रहे हैं।
उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच संबंध को मजबूत करने के लिए अमेरिकी नेतृत्व के साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। मेसन ने कहा कि 2019 में जब कश्मीर मुद्दे को लेकर पूरी दुनिया के नेता मोदी की आलोचना कर रहे थे उस समय ‘उनके साथ खड़े होने की शक्ति सिर्फ ट्रंप के पास थी।
भारत के वायु प्रदूषण पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी की आलोचना करते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन ने शनिवार को कहा कि वह और उनकी पार्टी की उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस, अमेरिका के साथ भारत की सझेदारी का बेहद सम्मान करते हैं।
बाइडेन ने एक ट्वीट में कहा, ” राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत को ‘गंदा देश बताया है। इस तरह से अपने मित्रों के बारे में बात नहीं की जाती है और इस तरह से जलवायु परिवर्तन जैसै वैश्विक चुनौतियों का सामना भी नहीं किया जाता है।” ट्रंप ने दो दिन पहले राष्ट्रपति चुनाव की बहस के दौरान चीन, भारत और रूस के बारे में कहा था कि ये देश अपनी ‘गंदी हवाओं का ध्यान नहीं रख रहे हैं।
बृहस्पतिवार को टेनेसी के नैशविल में बाइडेन के साथ अंतिम बहस के दौरान ट्रंप ने कहा था, ” चीन को देखें, वह कितना गंदा है। रूस को देखें। भारत को देखें। वहां हवा बहुत गंदी है।” ‘इंडिया वेस्ट’ साप्ताहिक के हालिया अंक में प्रकाशित अपने स्तंभ (लेख) को रिट्वीट करते हुए उन्होंने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, ”कमला हैरिस और मैं हमारी साझेदारी को खूब महत्व देते हैं और हम हमारी विदेशी नीति में सम्मान को फिर से केंद्र में रखेंगे।”
उन्होंने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो अमेरिका और भारत आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ और शांति और स्थिरता के ऐसे क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए साथ काम करेंगे, जहां चीन या कोई अन्य देश अपने पड़ोसी देशों को चेतावनी नहीं देता हो। उन्होंने कहा कि वह बाजारों को खोलेंगे और अमेरिका तथा भारत में मध्य वर्ग को बढ़ाने के लिए काम करेंगे तथा और जलवायु परिवर्तत जैसे अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों का सामना भी साथ में करेंगे।