गाली-गलौच पर उतरा चीन, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को बताया अमेरिका के पीछे भागने वाला कुत्ता
टोरंटो/बीजिंग। मानवाधिकार के मुद्दे पर घिरा चीन अब गाली-गलौच पर उतर आया है। चीन के ऊपर लगातार अंतर्राष्ट्रीय जबाव पड़ता जा रहा है जिसकी वजह से चीन बौखला गया और चीनी डिप्लोमेट ने कनाडा के प्रधानमंत्री को अमेरिका का कुत्ता तक कह दिया है। किसी देश के प्रधानमंत्री के लिए प्रयोग किया गया ये शब्द चीन की बौखलाहट को बता रहा है।
शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों को प्रताड़ित करने को लेकर कनाडा ने चीन की आलोचना की थी, जिसके बाद चीनी डिप्लोमेट ने कनाडाई प्रधानमंत्री को बच्चा बताया है। ब्राजील के रियो डी जेनेरिओ में चीन के कॉमर्स एंबेसडर ली यांग ने अपने ट्वीट में कहा है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो एक ‘बच्चा’ हैं, जिन्होंने कनाडा को ‘अमेरिका के पीछे पीछे भागने वाला कुत्ता’ बना दिया है। एक प्रधानमंत्री के लिए किए गये अपशब्दों को लेकर चीनी डिप्लोमेट की आलोचना की जा रही है। आपको बता दें कि पिछले कुछ समय में कनाडा और चीन के संबंध काफी बिगड़ गये हैं और पिछले हफ्ते दोनों देशों ने एक दूसरे के कई डिप्लोमेट्स पर प्रतिबंध लगा दिए थे।
Boy, your greatest achievement is to have ruined the friendly relations between China and Canada, and have turned Canada into a running dog of the US. Spendthrift!!! pic.twitter.com/qWCfJH4bYb
— Li Yang (@CGChinaLiYang) March 28, 2021
चीन के डिप्लोमेट ने अपने ट्वीट में कहा है कि ‘बच्चे, तुम्हारी सबसे बड़ी उपलब्धि ये है कि तुमने कनाडा-चीन के दोस्तीपूर्ण संबंध को बर्बाद कर दिया है और तुमने कनाडा को अमेरिका के पीछे दौड़ने वाला कुत्ता बना दिया है’। कम्यूनिस्ट देश चीन ने कनाडा जैसे लोकतांत्रिक देश के लिए बेहद अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया है। दरअसल, कम्यूनिस्ट देश उन देशों के लिए ‘कुत्ता’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं, जिनका अमेरिका के साथ अच्छा संबंध होता है। वहीं, कनाडा ने चीनी डिप्लोमेट के इस बयान पर हैरानी जताते हुए बयान को परेशान करने वाला बताया है। चीन में कनाडा के राजदूत रह चुके डेविड मुलरोनी ने अमेरिकी अखबार गार्डियन से बात करते हुए कहा है कि चीनी डिप्लोमेट का ये ट्वीट चीन की डिप्लोमेसी की नाकामयाबी को दर्शाता है। दरअसल, शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों के ‘नरसंहार’ को लेकर चीन कई देशों के निशाने पर है। अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा के साथ जापान भी चीन को लगातार कठघरे में खड़ा कर रहा है, जिससे तिलमिलाया चीन अब गाली-गौलच पर उतारू हो गया है।