‘सिरफिरे’ ट्रंप, के पास हैं परमाणु कोड, अमेरिका में चिंता, नैंसी पेलोसी ने की ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन से बात
वॉशिंगटन। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को सैन्य कार्रवाई शुरू करने या परमाणु हमले करने से रोकने को लेकर शुक्रवार को ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ’ के चेयरमैन से बात की।
पेलोसी ने प्रतिनिधि सभा के डेमोक्रेटिक सदस्यों को लिखे एक पत्र में कहा कि उन्होंने एक अस्थिर राष्ट्रपति को सैन्य शत्रुता शुरू करने या (परमाणु मिसाइल दागने के लिए) ‘लॉन्च कोड’ तक पहुंचने और परमाणु हमले का आदेश देने से रोकने के लिए उपलब्ध एहतियातों पर चर्चा करने के लिए जनरल मार्क मिले के साथ बात की।
राष्ट्रपति ट्रम्प को उनके पद से हटाने की अपनी मांग को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि इस अस्थिर राष्ट्रपति की स्थिति अब इससे अधिक खतरनाक क्या हो सकती है और हमें वह सब कुछ करना चाहिए जो हम अमेरिकी लोगों और अपने देश और हमारे लोकतंत्र पर मनमाने हमले को रोकने के लिए कर सकते हैं।
Thank you to @CongBoyle for so eloquently reminding us all of our duty to wake up every day and make the decision to protect our American democracy. pic.twitter.com/FtQFPCO6oq
— Nancy Pelosi (@SpeakerPelosi) January 9, 2021
उन्होंने कहा कि आज, राष्ट्रपति के खतरनाक कृत्यों के बाद, संसद में रिपब्लिकन को ट्रम्प को तुंरत अपना पद छोड़ने के लिए दबाव बनाने की आवश्यकता है। यदि राष्ट्रपति स्वेच्छा से पद नहीं छोड़ते हैं, तो कांग्रेस (संसद) आगे कार्रवाई करेगी। ट्रम्प 20 जनवरी को पद छोड़ने वाले हैं, जब डेमोक्रेट जो बाइडन राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
पेलोसी राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही पर विचार करने के लिए शुक्रवार को हाउस डेमोक्रेटिक कॉकस (समूह) के साथ बैठक कर रही हैं।
शपथ समारोह में शामिल नहीं होंगे ट्रंप : अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह देश के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के 20 जनवरी को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। ट्रंप ने सत्ता का ‘सुचारू, व्यवस्थित एवं निर्बाध’ हस्तांरण सुनिश्चित करने का वादा करने के बाद यह कहा।
ट्रंप ने ट्वीट किया कि जिन लोगों ने मुझसे इस बारे में पूछा था, मैं उन्हें बता रहा हूं कि मैं 20 जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होऊंगा। अमेरिका में तीन नवंबर को हुए चुनाव में कई सप्ताह तक जीत का ‘झूठा’ दावा करने वाले ट्रंप के इस समारोह में शामिल होने की उम्मीद नहीं की जा रही थी।