कोविड-19 : Omicron को हल्के में लेना दुनिया भर के लिए हो सकता है खतरनाक – WHO
नई दिल्ली। इन दिनों कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से दुनिया के सभी देश के लोग जूझ रहे हैं। किसी देश में कहीं हजारों की संख्या में ओनिक्रॉन संक्रमित मिल रहे हैं तो कई सैकड़ों में। ऐसे में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन यानी कि डब्लयूएचओ ने ओमिक्रॉन को लेकर कहा है कि अगर हम यह मानते हैं कि ओमिक्रॉन एक हल्की बीमारी है तो यह खतरनाक हो सकता है।
WHO कोविड-19 की टेक्निकल लीड मारिया वॉन केरखोवे ने ट्वीट कर कहा कि हम सभी देख रहे हैं कि डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रॉन के मरीजों को अस्पताल में कम भर्ती करना पड़ रहा है लेकिन यह समझना की ओमिक्रॉन एक हल्का रोग है यह खतरनाक साबित हो सकता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ओमिक्रॉन के मामले लो रिस्क पर तेजी से बढ़ रहे हैं। कृपया सावधान रहें।
Concise and crystal clear message from @mvankerkhove about the current evolution of the pandemic.
In a nutshell: Oversimplified narratives might be dangerous.pic.twitter.com/3abiW3d76U
— Manlio De Domenico (@manlius84) January 5, 2022
बता दें कि WHO लगातार लोगों को सलाह दे रहा है कि कोरोना के नए वैरिएंट को हल्के में न लिया जाए। इसी क्रम में WHO की वरिष्ठ आपात अदिकारी कैथरीन स्मॉलवुड ने भी चेतावनी दी थी कि अगर सावधान नहीं बरती गई तो संक्रमण की बढ़ती दर दुनिया में विपरीत प्रभाव डाल साकती है। एक इंटरव्यू में कैथरीन स्मॉलवुड ने कहा था कि दुनिया ओमिक्रॉन को हल्के में लेने की भूल न करें।
उन्होंने कहा था कि सर्दी, खांसी को आम बीमारी समझने की गलती कतई न करें। ओमिक्रॉन मौत का कारण बन सकता है। हालांकि ये डेल्टा के मुकाबले कम घातक है लेकिन फिर भी इससे सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि जिस रफ्तार से ओमिक्रॉन बढ़ रहा है उतना ही यह प्रसारित हो रहा है। इसलिए इस बात की संभावना भी बहुत ज्यादा है कि यह कोरोना के एक नए और बेहद खतरनाक वैरिएंट को जन्म दे सकता है।