‘…सब डरते हैं’,सबने अकेला छोड़ दिया: यूक्रेन के राष्ट्रपति, पहले दिन 137 मौतें-कीव में घुसी रूसी सेना
कीव। यूक्रेन पर रूस के हमले का आज (25 फरवरी 2022) दूसरा दिन है। आज रूस की तरफ से हमलों की इंटेसिटी काफी बढ़ गई है। सुबह से यूक्रेन की राजधानी कीव में बड़े धमाके सुने गए हैं। कई रिपोर्टों में कीव में रूसी सेना के दाखिल होने की बात कही जा रही है। शहर में एक के बाद मिसाइलों से हमले हो रहे हैं। लोग घरों में दुबके हुए हैं। खाने-पीने से लेकर जरूरत की और भी चीजों की कमी के बावजूद लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बताया कि रूस के हमले में पहले दिन (24 फरवरी 2022) 137 नागरिक और सैन्यकर्मी मारे गए हैं।
राष्ट्र के नाम एक भावनात्मक संबोधन में जेलेंस्की ने कहा, “दुख की बात है कि आज हमने 137 हीरो, अपने नागरिकों को खो दिया। उनमें से दस अधिकारी थे। 316 लोग घायल हुए हैं। द्वीप की रक्षा करते हुए, हमारे सभी बॉर्डर गार्डों की वीरतापूर्वक मृत्यु हो गई। लेकिन उन्होंने सरेंडर नहीं किया है। उन सभी को मरणोपरांत यूक्रेन के हीरो की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा, “यूक्रेन के लिए अपनी जान देने वालों को हमेशा याद किया जाए। मैं राजधानी में रहता हूँ, मेरा परिवार भी यूक्रेन में है, मेरे बच्चे यूक्रेन में हैं। मेरा परिवार देशद्रोही नहीं है, वे यूक्रेन के नागरिक हैं। वे वास्तव में कहाँ हैं, मुझे यह कहने का कोई अधिकार नहीं है।” यूक्रेन के राष्ट्रपति ने आगे जोर देते हुए कहा, “प्राप्त जानकारी के अनुसार, दुश्मन ने मुझे टारगेट नंबर 1 के रूप में, मेरे परिवार को टारगेट नंबर 2 के रूप में चिह्नित किया है। वे स्टेट के मुखिया को नष्ट करके यूक्रेन को राजनीतिक रूप से नुकसान पहुँचाना चाहते हैं।”
उन्होंने अफसोस जताया कि कैसे दुनिया ने इतने महत्वपूर्ण समय में यूक्रेन को अकेला छोड़ दिया। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, “हमें अपने राज्य की रक्षा के लिए अकेला छोड़ दिया गया है। हमारे साथ लड़ने के लिए कौन तैयार है? मुझे कोई नहीं दिख रहा है। यूक्रेन को नाटो सदस्यता की गारंटी देने के लिए कौन तैयार है? हर कोई डरता है।”
इधर रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने दावा किया है कि रूस ने यूक्रेन के 70 सैन्य ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया है। उसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्वीट कर कहा है कि रूस उनके चेरनोबिल परमाणु संयंत्र पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि साल 1986 की त्रासदी को दोहराया न जाए सके इसके लिए यूक्रेन के जवान अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं। रूस के इस हमले को उन्होंने पूरे यूरोप के खिलाफ युद्ध की घोषणा बताया है।
सोर्स : ऑपइंडिया