Russia-Ukraine War: यूक्रेन संकट पर UNGC की आपात बैठक- ‘UN महासचिव बोले- बहुत हुआ, हर हाल में बंद होना चाहिए युद्ध’
वाशिंगटन। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNGC) की बैठक हुई। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में UN महासचिव एंटोनियो गुटारेस (Antonio Guterres) ने कहा कि यूक्रेन (Ukraine) में युद्ध हर हाल में बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मानवीय सहायता महत्वपूर्ण है, लेकिन यह कोई समाधान नहीं है। एकमात्र समाधान शांति के माध्यम से है। उन्होंने कहा कि मैंने यूक्रेन के राष्ट्रपति को आश्वासन दिया है कि संयुक्त राष्ट्र (United Nations) सहायता करना जारी रखेगा, उन्हें अकेला नहीं छोड़ेगा। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि हम एक ऐसे गंभीर क्षेत्रीय संकट का सामना कर रहे हैं, जिसके हम सभी पर संभावित विनाशकारी प्रभाव होंगे।
उन्होंने कहा कि रूसी परमाणु बलों को हाई-अलर्ट पर रखा जाना ‘चिंतनीय घटनाक्रम’ है। उन्होंने कहा कि बस अब बहुत हो गया। सैनिकों को अब अपने बैरकों में लौटने की जरूरत है। यूक्रेन में युद्ध हर हाल में बंद होना चाहिए। वहीं, UNGA की आपात बैठक में यूक्रेन के प्रतिनिधि ने कहा कि अब तक 16 बच्चों समेत 352 लोग मारे जा चुके हैं। मालूम हो कि यह संयुक्त राष्ट्र महासभा का 11वां आपातकालीन सत्र है।
उधर, संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने सोमवार को कहा कि रूस का सैन्य आक्रमण यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन है। उन्होंने तत्काल युद्धविराम किये जाने और कूटनीति तथा बातचीत के जरिये समस्या का समाधान किये जाने का आह्वान किया। संयुक्त राष्ट्र संघ के 193 सदस्यीय निकाय के यूक्रेन पर आपातकालीन विशेष सत्र की अध्यक्षता करते हुए शाहिद ने यूक्रेन में तेजी से बिगड़ती स्थिति और चल रही सैन्य कार्रवाई के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के अध्यक्ष शाहिद ने कहा, ‘रूसी संघ द्वारा सैन्य आक्रमण यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन है और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के खिलाफ है। आज, मैं तत्काल युद्धविराम के अपने आह्वान को दोहराता हूं और सभी पक्षों से संयम बरतने और कूटनीति तथा वार्ता के जरिये समस्या को सुलझाने का आग्रह करता हूं। ’ उन्होंने कूटनीति और संवाद को कायम रखने और हिंसा को रोकने का आह्वान किया।
उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि चल रहे सैन्य आक्रमण संयुक्त राष्ट्र चार्टर विपरीत है, जो संप्रभु समानता के सिद्धांत पर आधारित है और एक ऐसी दुनिया की रूपरेखा तैयार करता है जहां सदस्य राज्य अपने अंतरराष्ट्रीय विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाते हैं। उन्होंने कहा कि ‘युद्ध में कोई विजेता नहीं होता’, लेकिन अनगिनत लोगों की जिंदगी चली जाती हैं।