युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी अभ्युदय योजना: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वाकांक्षी मुफ़्त कोचिंग परियोजना अभ्युदय योजना का शुभारंभ किया और पंजीकृत अभ्यर्थियों से संवाद किया। अपने सरकारी आवास पर योजना की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अभ्युदय योजना प्रदेश के युवाओं के उत्कर्ष का मार्ग प्रशस्त करने की राज्य सरकार की एक अभिनव योजना है और यह योजना प्रदेश के युवाओं के लिए समर्पित है जो मील का पत्थर साबित होगी।
प्रदेश के प्रतिभाशाली युवाओं के स्वप्नों को मिलेगी अब सही दिशा और रफ्तार… 'अभ्युदय' योजना का शुभारंभ एवं योजना में पंजीकृत अभ्यर्थियों से संवाद… https://t.co/MqmX0zOrwl
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 15, 2021
सरकारी बयान के अनुसार अभ्युदय योजना को पहले चरण में कल मंगलवार से 18 मंडल मुख्यालयों में प्रारम्भ किया जा रहा है और आने वाले समय में इसका विस्तार जिलों में भी किया जाएगा। इस योजना में साप्ताहिक, मासिक परीक्षाएं होंगी, जिसके आधार पर स्क्रीनिंग की जाएगी। उल्लेखनीय है कि युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अभ्युदय योजना प्रारम्भ की गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बड़ी-बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रदेश का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा, तो उसका लाभ भी उत्तर प्रदेश को होगा।
सीएम योगी ने कहा, अभ्युदय योजना के अंतर्गत 16 फरवरी, 2021 (बसंत पंचमी) से प्रदेश में कक्षा शुरू होंगी और जिन युवाओं का परीक्षण के जरिये चयन हुआ है, उन्हें मंडल मुख्यालय में साक्षात कक्षाओं में शामिल होने का अवसर मिलेगा जबकि बाकी अभ्यर्थी वर्चुअल माध्यम से ऑनलाइन कक्षा से जुड़ सकेंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को जिस भी क्षेत्र में जाना हो, उसकी शुरुआत अच्छे से करें। मजबूत बुनियाद ही मजबूत इमारत का आधार होती है और अभ्युदय योजना को लेकर यही भाव रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 50 लाख से अधिक लोगों ने इस योजना में रुचि दिखायी है और पांच लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया, जो योजना की लोकप्रियता को स्वतः दर्शाता है। अभ्युदय योजना के माध्यम से प्रतियोगी युवाओं को IAS, IPS, IFS, PCS सहित मेडिकल, आईआईटी के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। अभ्युदय योजना को सफल बनाने के उद्देश्य से बेहतर फैकल्टी की व्यवस्था की जा रही है।