बंगाल में बीजेपी की महिला मोर्चा उपाध्यक्ष रेखा मैती पर फिर जानलेवा हमला, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती, पुलिस ने बयान बदलने का बनाया दबाव

न्यूज़ डेस्क। पश्चिम बंगाल में एक महिला मुख्यमंत्री होते हुए भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। तृणमूल कांग्रेस के गुंडे महिला बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी निशाना बनाने से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्हें ना तो लोकतंत्र की मर्यादा का ख्याल और ना ही सुप्रीम कोर्ट और संविधान का डर है। हाल ही में बेखौफ टीएमसी के गुंडों ने पूर्वी मिदनापुर के पताशपुर में बीजेपी महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रेखा मैती पर निर्मम तरीके से हमला किया था। मैती गंभीर हालत में अस्पताल में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है। अब बीजेपी के कार्यकर्ता उनकी आर्थिक मदद करने में जुटे हैं।

बीजेपी कार्यकर्ता देवदत्त माजीv ने रेखा मैती की हमले के बाद की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, “ईस्ट मिदनापुर के पताशपुर में ये रेखा मैती हैं। टीएमसी की हिंसा की पीड़िता। 2018 से इन्हें नरक भोगना पड़ रहा है। उस समय ये 6 माह गर्भवती थीं, तब इन्हें इतनी बेरहमी से पीटा गया था कि इनका मिसकैरिज हो गया था। अब ये और इनका परिवार फिर से बीजेपी का साथ देने का खामियाजा भुगत रहा है। मैं इनके परिवार की मदद करने की कोशिश में लगा हूं।” देवदत्त द्वारा शेयर चार तस्वीरों में एक तस्वीर उस अमॉउंट की भी है, जो उन्होंने रेखा मैती के परिवार के लिए दी हैं।

देवदत्त माजी के मुताबिक पुलिस ने रेखा के साथ अमानवीय बर्ताव किया। पुलिस ने रेखा पर आरोपियों के खिलाफ की गई मूल शिकायत को बदलने के लिए दबाव बनाया। यहां तक कि उसे मेडिकल जांच के लिए भी नहीं ले गई। रेखा के परिजन उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले गए। वहां भी उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया। देवदत्त माजी ने इस मामले में हिन्दुओं से मदद की अपील की है।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद यानि 2 मई से शुरू हुई राजनीतिक हिंसा का क्रम अब तक जारी है। इसी कड़ी में गत 11 जून को पूर्व मेदिनीपुर के पताशपुर विधानसभा की बीजेपी महिला मोर्चा की उपाध्यक्षा रेखा मैती पर तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने जानलेवा हमला किया और मरने वाली हालत में छोड़कर चले गए। मैती को बाद में नजदीक के अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनकी हालात नाजुक बनी हुई है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.