कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर जिला प्रशासन ने चलाया बुलडोजर, कब्जा हटाने के दौरान मिलीं तलवारें और बंदूक
इंदौर। मध्यप्रदेश में विधानसभा के उप-चुनाव के बाद सरकार और प्रशासन हरकत में आ गया है। इंदौर में जिला प्रशासन ने नामदेव दास त्यागी (कम्प्यूटर बाबा) के आश्रम के अतिक्रमण को ढहा दिया है। साथ ही कंप्यूटर बाबा सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बताया गया है कि कंप्यूटर बाबा का जम्बूरी हप्सी गांव में गोमट गिरी आश्रम है। आरोप है कि उन्होंने आश्रम बनाने के लिए बड़े हिस्से पर अतिक्रमण कर रखा था। कच्चा और पक्का निर्माण कर रखा था, इस अतिक्रमण को हटाने के लिए नोटिस भी जारी किए गए, मगर ऐसा नहीं हुआ। रविवार की सुबह JCB मशीनों के साथ अतिक्रमण विरोधी दस्ता पहुंचा और अतिक्रमणों को ढहा दिया गया ।
हातोद के अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) शाश्वत शर्मा ने बताया कि अनाधिकृत रूप से किया गया कब्जा प्रमाणित पाया गया था। इस संबंध में राजस्व प्रशासन द्वारा इनके विरुद्ध दो हजार रुपये का अर्थदंड आरोपित करते हुए शासकीय भूमि के अनाधिकृत कब्जे से बेदखल किए जाने का आदेश पारित किया गया था। शासकीय भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाने की स्थिति में प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई की गई है।
सरकारी जमीन को कब्जे से मुक्त कराने की कार्रवाई के दौरान पता चला कि आश्रम में एक आलीशान बाथरूम भी था। वहीं कार्रवाई के दौरान आश्रम से बंदूकें और तलवारें भी मिलीं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है।प्रशासन द्वारा अवैध रूप से विभिन्न स्थानों पर कब्जा की गई जमीन की जांच शुरू कर दी गई है। अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान 315 बोर की एक राइफल और एक एयरगन भी बरामद हुई है, जिसे पुलिस अभिरक्षा में दिया गया है।
उन्होंने बताया है कि अतिक्रमण हटाने से पहले पूरा सामान सुरक्षित ढंग से निकाला गया। वहीं कार्यवाही में बाधा उत्पन्न किए जाने पर प्रिवेंटिव डिटेंशन के तहत कंप्यूटर बाबा को पुलिस अभिरक्षा में लेते हुए जेल भेजने की कार्रवाई की गई। प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई में कंप्यूटर बाबा सहित कुल सात व्यक्तियों को जेल भेजा गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, जिला प्रशासन को कंप्यूटर बाबा के संबंध में निरंतर शिकायतें मिल रही थीं। प्रशासन को यह भी शिकायत मिली है कि एयरपोर्ट क्षेत्र में अनेक विवादित भूमियों पर कब्जा किया जा रहा है। साथ ही सुपर कॉरिडोर में वन क्षेत्र में भी अवैध कब्जा किए जाने की शिकायत मिली है। प्रशासन को कंप्यूटर बाबा के अनेक बैंक एकाउंट की शिकायत भी मिली है, इन खातों में असामान्य रूप से राशियां जमा की गई हैं। इसकी जांच भी की जा रही है। जांच के बाद आयकर विभाग को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
प्रशासन द्वारा अवैध रूप से विभिन्न स्थानों पर कब्जा की गई जमीन की जांच शुरू कर दी गई है। अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान 315 बोर की एक राइफल और एक एयरगन भी बरामद हुई है, जिसे पुलिस अभिरक्षा में दिया गया है।
विधानसभा के उप-चुनाव में कंप्यूटर बाबा ने कांग्रेस के उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार किया था। प्रशासन की इस कार्रवाई को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता सैयद जाफर का कहना है कि कांग्रेस अतिक्रमण के खिलाफ है, मगर वर्तमान में भाजपा सरकार चुन-चुनकर कांग्रेस से जुड़े लोगों पर दवाब बनाने के लिए उप-चुनाव के नतीजे आने से पहले यह कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि कमल नाथ ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया था, माफियाओं पर कार्रवाई की गई थी। वहीं भाजपा पक्षपातपूर्ण कार्रवाई करते हुए कांग्रेस के लोगों को प्रताड़ित कर रही है।