कांग्रेस को टूलकिट कांड से बचाने के लिए आगे आया ट्विटर

न्यूज़ डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के लिए जब से कांग्रेस पार्टी का टूलकिट कांड सामने आया है पार्टी अपनी इज्जत बचाने में जुटी गई। इसी बीच कांग्रेस को टूलकिट कांड से बचाने के लिए माइक्रोब्लॉग साइट ट्विटर आगे आया है। कांग्रेस को बचाने के लिए ट्विटर ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट को मैनिपुलेटेड बताया है। कांग्रेस और ट्विटर के बीच मिलीभगत जगजाहिर है। ऐसे में ट्विटर का सहारा मिलते ही कांग्रेस में जान आ गई है।

संबित पात्रा के ट्वीट को मैनुपुलेटेड बताया

ट्विटर का संबित पात्रा के ट्वीट को मैनुपुलेटेड बताना दरअसल उसकी भाजपा के प्रति खुन्नस को ही दर्शाता है। ट्विटर का ये रवैया मोदी सरकार और बीजेपी से उसकी पुरानी खुन्नस को भी जाहिर करता है। देश में फेक न्यूज फैलाने से लेकर हिंसा भड़काने तक के मामलों में मोदी सरकार ट्विटर को लताड़ लगा चुकी है। ऐसे में ट्विटर ने इस मामले में संबित पात्रा के बहाने भारतीय जनता पार्टी को फंसाना चाहता है। लेकिन हुआ इसका उलटा। क्योंकि इस एपिसोड के बाद ट्विटर और कांग्रेस के बीच की मिलीभगत ही एक्स्पोज़ हो गयी है।

टूलकिट कांड में एक्सपोज होते ही बैकफुट पर कांग्रेस

दरअसल संबित पात्रा ने जैसे कांग्रेस की Toolkit कांड को एक्स्पोज़ किया वैसे ही कांग्रेस बैकफुट पर आ गई। असल में इस इस Toolkit से मोदी सरकार की कोविड नीतियों की आलोचना करना और कांग्रेस की छवि सुधारने की योजना शामिल थी। इसके अंतर्गत कुंभ के जरिए हिन्दुओं को निशाने पर लिए जाने की योजना भी तैयार की गयी थी। यही कारण था कि इस टूलकिट के एक्सपोज होने के बाद कांग्रेस की काफी भद्द पिटी, जिसके बाद ट्विटर को कांग्रेस के बचाव में सामने आना पड़ा है। इतना ही नहीं, कांग्रेस ने ट्विटर इंडिया को पत्र लिखकर बीजेपी के नेताओं के ट्विटर अकाउंट बैन करने की मांग तक कर डाली है।

कांग्रेस-ट्विटर की मिलीभगत उजागर

Toolkit कांड के बाद ट्विटर ने बगैर जांच-पड़ताल जिस प्रकार कांग्रेस के बचाव में आगे आया है, वह ट्विटर और कांग्रेस के लिबरलों की मिलीभगत को स्पष्ट दिखाता है। पूर्व में भी इस सोशल मीडिया साइट का दोगलापन समय-समय पर एक्स्पोज़ होता रहा है। किसान आंदोलन से लेकर दिल्ली दंगों के दौरान ट्विटर ने Free Speech की आड़ में फेक न्यूज के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और इसके चलते उसकी भारतीय सरकार के साथ तकरार भी हुई। ऐसे में Toolkit के मुद्दे पर कांग्रेस-बीजेपी की इस लड़ाई में ट्विटर कांग्रेस के साथ खड़ा हो गया है। ट्विटर के इस कारनामे से उसकी जमकर आलोचना की जा रही है। इस प्रकरण से Big Tech का वामपंथियों के प्रति झुकाव भी एक बार फिर एक्स्पोज़ हो गया है।

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