तनिष्क विज्ञापन मामला : फेक न्यूज फैलाते पकड़ा गया NDTV, गुजरात के गृहमंत्री ने दिया केस दर्ज करने का आदेश
न्यूज़ डेस्क। NDTV प्रोपोगैंडा करने और फेक न्यूज़ फैलाने के लिए कुख्यात है। लेकिन इस बार NDTV तनिष्क विज्ञापन मामलें में फेक न्यूज़ फैलाकर बुरी तरीके से फंस गया है। गुजरात के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जड़ेजा ने NDTV की फर्जी खबर का खंडन करते हुए केस दर्ज करने का आदेश दिया।
गृहमंत्री जडेजा ने ट्वीट कर लिखा कि NDTV द्वारा गांधीधाम (गुजरात) के तनिष्क स्टोर पर हमले की फैलाई गई खबरें पूरी तरह से झूठी और फ़र्ज़ी हैं। यह बिलकुल ही गलत मंशा से गुजरात में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने और हिंसा भड़काने के उद्देश्य से किया गया काम है। मैंने इन लोगों पर मामला दर्ज करने को कहा है और फेक न्यूज चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
The news of an attack on a showroom in Gandhidham, Kutch by @ndtv is TOTALLY FAKE. This is a motivated attempt to adversely impact the law & order & incite violence in Gujarat. I have asked to register a case & take strict action against those who spread this fake news.
— Pradipsinh Jadeja (@PradipsinhGuj) October 14, 2020
इससे पहले कच्छ के पुलिस अधीक्षक (sp) ने कहा कि मीडिया चैनल दिखा रहे हैं कि तनिष्क शॉप पर हमला हुआ है, दंगा हुआ है या चोरी हुई है, तो ये यब गलत न्यूज है, फेक न्यूज है। ये एक प्रोपेगेंडा के हिसाब से चल रहा है। इसलिए इस तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।
#Breaking | No attack took place on Tanishq store in Gujarat, SP, Kutch confirms.
Details by Aruneel. pic.twitter.com/zWBoyHEfcV
— TIMES NOW (@TimesNow) October 14, 2020
गौरतलब है कि ज्वैलरी ब्रांड तनिष्क द्वारा विज्ञापन वापस लेने के बाद NDTV ने ब्रेकिंग चलाते हुए दावा किया कि विज्ञापन विवाद के चलते गुजरात के गांधीधाम में तनिष्क के एक स्टोर पर हमला किया गया है। एनडीटीवी के मुताबिक, हमलावरों की भीड़ ने कथित तौर पर स्टोर मैनेजर को माफी पत्र लिखने के लिए कहा। लेकिन यह खबर पूरी तरह से गलत निकली।
#Tanishq pic.twitter.com/RPmO7hoaY1
— NDTV (@ndtv) October 14, 2020
ज्ञात हो कि असल में तनिष्क के कथित सेकुलर विज्ञापन में पेश हिंदुओं की छवि को लेकर देश भर में गुस्से का माहौल है। इस कथित सेकुलर विज्ञापन में हिंदू-मुस्लिम एकता के नाम पर हिंदुओं को कट्टरपंथी दिखाया गया है। इसके पहले भी कुछ विज्ञापनों में भी हिंदुओं के किरदार को निगेटिव तरीके के पेश किया गया है। इन विज्ञापनों में हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है।