‘इस्लाम अपनाओ या मोहल्ला छोड़ो’: कानपुर में हिन्दू परिवारों ने लगाए पलायन के बोर्ड, मुस्लिमों ने घर में घुस की छेड़खानी और मारपीट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित कर्नलगंज में 10 हिन्दू परिवारों ने अपने घर छोड़ने का निर्णय ले लिया है। वहाँ के हिन्दू परिवारों का कहना है कि उन पर दबाव बनाया जा रहा है कि या तो वो इस्लाम मजहब अपना कर मुस्लिम बन जाएँ, या फिर घर छोड़ कर चले जाएँ। पीड़ित परिवारों ने कहा कि उनकी जान पर रोज ख़तरा मँडरा रहा है क्योंकि मुस्लिम दबंग उन्हें डराने के लिए हमेशा कोई न कोई हरकत करते रहते हैं।

‘लाइव हिंदुस्तान’ की खबर के अनुसार, ये घटना कर्नलगंज थाना क्षेत्र के रेल पटरी इलाके की है। शनिवार (जून 20, 2021) को वो पूरी रात डर के साए में रहे। एक परिवार ने बताया कि उनके घर की बेटी के साथ छेड़छाड़ की गई और जब भाइयों ने मना किया तो घर में घुस कर मारपीट की गई। लड़की के साथ बलात्कार का भी प्रयास किया गया। 9 नामजद और 3 अज्ञात के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया है।

पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 3 आरोपितों को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन परिवार का आरोप है कि उनमें से 2 किसी तरह छूटने में कामयाब रहे। कुछ हिन्दू परिवारों ने अपने घर के बाहर पलायन का संदेश भी लिख दिया है। मोहल्ले के ही एक दबंग आफ़ताब पर आरोप लगा है कि वो धमकी देता है कि जैसे ही योगी सरकार जाएगी और सपा की सरकार आएगी, वो पीड़ितों द्वारा दर्ज कराए गए केस का भी बदला लेगा।

छेड़खानी और मारपीट की घटना को लेकर जानकारी देते हुए कानपुर के नगर आयुक्त असीम अरुण ने कहा कि ये दो समुदायों से सम्बंधित मामला था और आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि उन्हें इसकी जानकारी है कि वहाँ के नागरिक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और उनसे हम संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी अपने पड़ोसी को धमकाने या असुरक्षित महसूस कराने की इजाजत नहीं दी जाएगी, सभी को अपनी संपत्ति पर रहने का अधिकार है।

पीड़ित परिवारों ने समाजवादी पार्टी के स्थानीय विधायक अमित बाजपेई पर भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सपा विधायक आरोपितों की मदद कर रहे हैं। इन 10 हिन्दू परिवारों में से कुछ बिहार से आकर बसे हैं। बताया गया है कि पीड़ित परिवार के घर में 50 की संख्या में मुस्लिम भीड़ घुसी थी। ‘बजरंग दल’ के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन भी किया और न्याय की माँग की।

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