ट्रैक्टर रैली हिंसा: लाल किले पर उपद्रव से देश में आक्रोश, हरियाणा में ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, विभिन्न संगठनों-जनता ने किसान प्रदर्शनकारियों को दिया 24 घंटे में हाईवे खाली करने का अल्टीमेटम
न्यूज़ डेस्क। दिल्ली में फर्जी किसानों के उपद्रव से पूरे देश में आक्रोश है। लाल किले पर तिरंगे के अपमान से आम लोगों में काफी नाराजगी है। इसकी अब अभिव्यक्ति होने लगी है। हरियाणा में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर साहबी पुल के निकट धरना दे रहे आंदोलनकारी किसानों से आस-पास के गांवों के प्रतिनिधियों ने खाली करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। वहीं हरियाणा पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की बैठक भी शाहजहांपुर-खेड़ा बार्डर पर हुई, जिसमें किसानों से धरना खत्म करने के लिए कहा गया।
बुधवार को गांव डूंगरवास में आस-पास के गांवों के ग्रामीणों की मसानी के सरपंच कैप्टन लाला राम की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में गांव डूंगरवास, मसानी, जोनावास, तीतरपुर, निगानियावास, खरखड़ा, रसगण, जीतपुरा व निखरी आदि गांव के ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने कहा कि एक महीने से आंदोलनकारियों ने दिल्ली-जयपुर हाईवे को बंधक बनाया हुआ है, जिस कारण आसपास के ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। हाईवे का ट्रैफिक गांव से गुजर रहा है और गांवों के लिंक रोड व पानी की पाइप लाइनें टूट चुकी है।
ये किसान नहीं ग़द्दार है😡अंतर आत्मा रो रही है आज ये सब देखकर😦😠
ये आज़ाद भारत के सबसे शर्मनाक दिनों में से एक😦#दिल्ली_पुलिस_लठ_बजाओ#KhalistaniBreakingRules pic.twitter.com/mKX5eeFOkY— 🍁जागृति राजपूत🍁 (@_ImJagriti6) January 26, 2021
ग्रामीणों ने कहा कि मंगलवार को किसान आंदोलन की आड़ में लाल किला पर तिरंगा का अपमान हुआ है, जो किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा। बैठक में ग्रामीणों द्वारा गठित कमेटी सरपंच लालाराम की अगुवाई में आंदोलनकारी किसानों के नेताओं से भी मुलाकात की तथा 24 घंटे में हाईवे खाली करने का अल्टीमेटम दिया। ग्राीमीणों के हाईवे पर पहुंचने के कारण एक बार तनाव की स्थिति बन गई थी। बातचीत के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। ग्रामीणों ने कहा कि यदि 24 घंटे में हाईवे खाली नहीं किया गया तो फिर से पंचायत कर आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।
दूसरी ओर हरियाणा पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की बैठक भी शाहजहांपुर-खेड़ा बार्डर पर हुई। एसोसिएशन ने जय किसान आंदोलन के संयोजक योगेंद्र यादव से भी मुलाकात की और हाईवे खोलने का आग्रह किया। सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर पेट्रोलियम एसोसिएशन व ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन ने योगेंद्र यादव का पुतला जलाया और शाहजहांपुर-खेड़ा बार्डर पर धरने पर बैठ गए।
पेट्रोलियम एसोसिएशन ने हाईवे खोलने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। हाईवे नहीं खुलने पर बुधवार को करनावास स्थित तेल टर्मिनल डिपो के सामने धरना शुरू करने की चेतावनी दी है। करनावास में इंडियन आयल, भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम व रिलायंस के तेल डिपो है। रेवाड़ी से प्रदेश के 9 जिलों के पेट्रोल पंपों पर तेल की आपूर्ति होती है।