देखिए किसान नेता का असली चेहरा, मोहन भागवत और RSS मुख्यालय को बम से उड़ाने की दी धमकी, FIR दर्ज

न्यूज़ डेस्क। किसान आंदोलन पर असामाजिक तत्वों का कब्ज है, इसकी पुष्टि तथाकथित किसान नेताओं के बयानों से हो रही है, जो किसान के वेश में अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति में लगे हैं। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में पुलिस ने मंगलवार को महाराष्ट्र के किसान नेता अरुण बानकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। बानकर ने एक भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय के साथ-साथ RSS प्रमुख मोहन भागवत को बम से उड़ाने की धमकी दी थी।

बीजेपी के बैतूल जिला अध्यक्ष आदित्य बाबला शुक्ला ने कहा कि अरुण बानकर जनता को भड़काकर समाज में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उनकी शिकायत पर धारा 505 (2) (सार्वजनिक कुप्रथाओं को अंजाम देने के इरादे से और जनता को उकसाने के इरादे से) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत बानकर के खिलाफ बैतूल के कोतवाली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। हालांकि मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

देखिए किसान नेता का असली चेहरा, मोहन भागवत और RSS मुख्यालय को बम से उड़ाने  की दी धमकी, एफआईआर दर्ज | Perform India

थाना प्रभारी संतोष पंद्रे के मुताबिक नागपुर से दिल्ली आते समय किसान नेता अरुण बानकर ने सोमवार को जिले के मुलताई में शहीद किसान स्तम्भ पर श्रद्धांजलि अर्पित की और किसानों को भी संबोधित किया। इस दौरान अपने भाषण में बानकर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए भी अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। साथ ही कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी किसानों पर गोलियां चलाएंगे, तो हम नागपुर में आरएसएस के प्रमुख के साथ आरएसएस मुख्यालय को उड़ा देंगे। अब किसान दिल्ली में घुस गए हैं। मोदी के सामने एक ही रास्ता है या तो कानून पीछे लें नहीं तो उन्हें आत्महत्या करनी पड़ेगी।

बानकर का विवादित बयान सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इटारसी में कथित किसान नेता बानकर ने मीडिया से चर्चा में कहा कि उसे किसी बात का डर नहीं है। मैं नागपुर में भी ऐसा बयान दे चुका हूं। मैं एक बार फिर खुलेआम कह रहा हूं कि हम पीछे हटने वाले नहीं हैं, हम आरएसएस के गढ़ को उड़ा देंगे, इसके लिए वे पूरी तैयारी कर चुके हैं।बानकर महाराष्ट्र राज्य किसान महासभा के सचिव हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.