अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र, मध्य प्रदेश के कई जिलों में हुई बारिश
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित कई जिलों में शुक्रवार को बारिश व हल्की बूंदा बांदी हुई। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में दो दिन पहले गुरूवार से बादल छाए रहने से रात का तापमान बढ़ा हुआ था। कई जगहों पर तो यह वृद्धि 5 डिग्री तक ज्यादा रही है। इसी बीच मौसम वैज्ञानिकों ने 12 दिसम्बर से प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश की आशंका जताई है। इसकी वजह अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र है।
मध्य प्रदेश में बादल छाने से रात का तापमान में बढ़ोतरी हुई है और बादलों के कारण ही 12 दिसंबर से प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की संभावना बन रही है। इसका कारण दक्षिण पूर्व अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनना है। खासतौर से इंदौर और उज्जैन संभागों में अगले 48 घंटे के बाद हल्की बारिश की संभावना ज्यादा है। भोपाल में दिन और रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमोत्तर राजस्थान के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभ मंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर धुरी बनाते हुए सक्रिय है। दक्षिण-पूर्व अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने और गुजरात की तरफ से नमी आने के कारण बादल छा गए हैं। इसी कारण बारिश की संभावना बढ़ गई है।
बीते 24 घंटों में प्रदेश में सिर्फ हिल स्टेशन पचमढ़ी में ही तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हिल स्टेशन होने के कारण यहां पर रात का पारा सबसे कम 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा सभी जगहों पर रात का परा 10 या उससे ज्यादा रहा। उमरिया में दूसरे नंबर पर 10 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा खरगौन में 33.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।