जिस हिरोइन TMC सासंद ने BJP को कहा था कोरोना से ज्यादा खतरनाक, वो खुद हो गईं कोविड-19 से संक्रमित
न्यूज़ डेस्क। बंगाल विधानसभा चुनावों से कुछ समय पहले तृणमूल कांग्रेस सांसद नुसरत जहां कोरोना संक्रमित हो गई हैं। इस सूचना के सामने आने के बाद उनके सभी मीटिंग्स और अन्य कार्यक्रम रद्द कर दिए गए। उनके चाहने वाले भी सोशल मीडिया पर इस खबर को जानकर अलग-अलग तरह से रिएक्ट कर रहे हैं।
मालूम हो कि अभिनेत्री से राजनेत्री बनी नुसरत जहां पिछले दिनों अपनी शादी को लेकर विवादों में थीं। हालाँकि, राजनीति में एक्टिव रहने के कारण उन्होंने कई बार भाजपा पर भी निशाना साधा। बीते दिनों की ही बात करें तो उन्होंने भाजपा को कोरोना से ज्यादा खतरनाक करार दिया था। TMC सांसद ने मुस्लिम बहुल इलाके देगंगा में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था।
“आप लोग अपने आँख और कान खोलकर रखिए क्योंकि कुछ लोग कोरोना से भी खतरनाक हैं। क्या आप जानते हैं कोरोना से ज्यादा खतरनाक कौन है? ये भाजपा है, क्योंकि उन्हें हमारी संस्कृति नहीं पता। उन्हें इंसानियत नहीं पता। वे हमारे कड़े परिश्रम को नहीं समझते। उन्हें बस व्यापार आता है। उनके पास बहुत पैसा है। वह उसे ही हर तरफ फैला रहे हैं। वह लोगों को एक-दूसरे के मजहब के ख़िलाफ़ भड़का कर दंगे करवाते हैं।”
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार नुसरत ने यहाँ तक कहाँ था कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो मुसलमानों की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी।
नुसरत के इस बयान के बाद भाजपा IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा था, “पश्चिम बंगाल में वैक्सीन पर सबसे खराब राजनीति हो रही है। पहले ममता बनर्जी की कैबिनेट के मौजूदा मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी ने वैक्सीन ले जा रहे ट्रक को रुकवा दिया। अब एक टीएमसी सांसद मुस्लिम बहुल इलाके देगंगा में चुनाव प्रचार करते हुए बीजेपी की तुलना कोरोना से कर रही हैं। लेकिन पिशी (ममता बनर्जी) चुप हैं। क्यों? तुष्टिकरण?”
In WB, worst kind of vaccine politics is unfolding. First, Siddiqulla Chowdhury, a sitting minister in Mamata Banerjee’s cabinet, holds up trucks carrying vaccines. Now a TMC MP, campaigning in Muslim majority Deganga, likens BJP to Corona.
But Pishi is silent. Why? Appeasement?
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 15, 2021
गौरतलब है कि ये पहली या आखिरी बार नुसरत जहां ने बीजेपी पर निशाना नहीं साधा था। इससे पहले उन्होंने एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी के सामने हुई नारेबाजी पर ट्वीट करते हुए लिखा था, “राम का नाम गले लगा कर बोलें, ना कि गला दबा कर। मैं स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती समारोह को मनाने के लिए हुए सरकार के कार्यक्रम में राजनीतिक और धार्मिक नारों की जोरदार निंदा करती हूँ।”