दूसरे चरण में कल से सुप्रीम कोर्ट के जज लगवा सकेंगे कोरोना का टीका, वैक्सीन चुनने का नहीं मिलेगा विकल्प
नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे फेज की सोमवार को शुरुआत हो गई। दूसरे चरण के पहले दिन पीएम मोदी समेत कई नेताओं और मुख्यमंत्रियों ने कोरोना वैक्सीन ली। कोर्ट के जजों के लिए टीकाकरण अभियान कल से शुरू हो रहा है। दूसरे चरण के तहत सुप्रीम कोर्ट के जजों को मंगलवार से कोरोना वायरस का टीका दिया जाएगा। इसके साथ ये खबर आई थी कि, जजों के पास दोनों कोरोना वैक्सीन में एक की चुनने की आजादी होगी। लेकिन अब हेल्थ मिनिस्ट्री ने इसका खंडन किया है।
कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे फेज की सोमवार को शुरुआत होने के बाद सुप्रीम कोर्ट के जज और उनके परिवार के लोग मंगलवार से कोरोना का टीका लगवा सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट के जजों को कोरोना वैक्सीन का विकल्प देने को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्टीकरण दिया है स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों को कोवाक्सिन या कोविशिल्ड के बीच चयन करने की अनुमति नहीं है। यह पूरी तरह से को-विन सिस्टम के जरिए होगा।
उन्हें सुप्रीम कोर्ट की एनेक्सी बिल्डिंग में बनी सरकारी डिस्पेंसरी में वैक्सीन दी जाएगी। इसके अलावा जजों को टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण दिशानिर्देशों के अनुसार चार्ज देना होगा। इससे पहले ये खबर आई थी कि, जज को वैक्सीन और कोवीशिल्ड में से किसी एक टीके को चुन सकेंगे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। टीकाकरण के लिए लोग कोविन को-विन 2.0 पोर्टल या आरोग्य सेतु ऐप पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
वहीं दूसरी ओर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वैक्सीन की पहली डोज ली। पीएम मोदी सुबह-सुबह दिल्ली एम्स पहुंचे और वैक्सीन की पहली खुराक ली। वैक्सीन लेने के बाद उन्होंने ट्वीट करके कहा कि ‘मैंने एम्स में कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ली, यह तारीफ के काबिल है कि कैसे हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूती देने के लिए तेजी से काम किया। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी से अपील करता हूं जो भी वैक्सीन लगवाने के योग्य है, वह भारत को कोरोना मुक्त बनाने में साथ आए।