सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव को यूजर्स सुना रहे हैं खरी-खोटी, जानिए क्यों कर रहे हैं ट्रोल
न्यूज़ डेस्क। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव आज सोशल मीडिया पर यूजर्स के गुस्से का शिकार बन रहे हैं। यूजर्स यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेख यादव को खरी-खोटी सुना रहे हैं। असल में दिल्ली में किसान आंदोलन के 6 महीने पूरे होने पर किसान ‘काला दिवस’ मना रहे है। अखिलेश यादव ने किसानों के समर्थन में ट्वीट करते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा, लेकिन वे खुद निशाने पर आ गए। यूजर्स उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं।
बहाकर अपना ख़ून-पसीना जो दाने पहुँचाता घर-घर
‘काला दिवस’ मना रहा है, आज वो देश का ‘हलधर’भाजपा सरकार के अहंकार के कारण आज देश में किसानों के साथ जो अपमानजनक व्यवहार हो रहा है उससे देश का हर नागरिक आक्रोशित है.
हमारे हर निवाले पर किसानों का क़र्ज़ है. #किसान#KisanEktaMorcha
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 26, 2021
ऐसे बोल रहे हैं जैसे 25 वर्ष – 20 वर्ष शासन करके किसानों का उद्धार कर दिया था,
हमारे देश के अन्नदाता हमारे किसानों को सोने की थाली में खाना परोसा था, मोदी जी ने आते ही, लाल टोपी द्वारा दिए गए सोने की थाली को छीन लिया क्या ?
इतने दोगले मानसिकता पैदाइशी है या कोई कोर्स किया है ?— Abhishek Chaturvedi 'Abhi' (@chaturvediabhi4) May 26, 2021
कभी तो दिमाग लगा कर बोला करो या फिर सूची ही बनाओगे गलत कहने वालों की जितना समय सूची बनाने में लगा रहे हो उतना समय समाज सेवा में लगा देते तो लोग बुरा क्यों कहते तब तो सरकारी बंगले से टोटी तक निकाल कर ले गए प्रदेश को क्या दोगे यार
— डॉ बृजेश मिश्रा (@76w98RwatBv10od) May 26, 2021
Haha 😂😂
Pariwarvad aur muslimo ko support krnewale ….dest todne wale logo se rajniti krne wale to na hi samjhaye pic.twitter.com/jxZvfTm5aa— BITTER TRUTH 😎 (@rohitpince) May 26, 2021
अपमानजनक व्यवहार
कैसे?
देश के कृषिमंत्री और रेलमंत्री किसानों को बुलाकर कई बार बातचीत कर चुके पर अगर किसान नेता कुछ राजनीतिक दलों के प्रभाव में आकर इस मसले का समाधान करना ही नहीं चाहते तो फिर इसमें सरकार क्या करेगी?
मंशा समाधान नहीं बल्कि सरकार को नीचा दिखाना है,जो कि शर्मनाक है।— DINESH CHAWLA (@iChawlaDinesh) May 26, 2021
जिनका मकसद इस आपदा की आड़ में लोगों के दुख को ढाल बनाकर अपने एजेंडे की रोटी सेंकना हैं, जनता सब समझती है। इनकी दिक्कत यह है कि देश महामारी से हिम्मत से क्यूं लड़ रहा है, यह लोगों को बेवकूफ और खुद को ज्ञान का भंडार समझते है। तभी इनको विदेश ज्यादा और देश कम समझ में आता है।
— Adv. Ritesh Kuril (@riteshkuril) May 26, 2021
तुमने सिर्फ जिंदगी मे बरगलाना सिखाया है और वो भी अपने देश मे… क्यू कर रहे हो ऐसा?? पहले आपने सरेआम लोगों को वैक्सीन के लिए बरगलाया जो गरीब लोग जो आपको फॉलो करते है वैक्सीन के नाम पर लठ उठा लेते है और अब कोरोना काल मे किसानो को बरगला रहे हो जबकि आपको भी मालूम है की बिल अच्छे है
— Rajesh Arora (@RajeshArora929) May 26, 2021
भैया अखिलेश जी , ये हलधर नहीं हैं । ये नकली किसान हैं जो दलाली कर किसानों के हिस्से का फायदा खुद खा जाते हैं । जिनका समर्थन कर आप अपने लिए ही परेशानी पैदा कर रहे हैं । कुम्भ से तो कोरोना फैलता है , पर दिल्ली में हज़ारों की भीड़ से कोरोना नहीं फैलेगा ! अद्भूत !
— डॉ. ए. के. त्रिपाठी🇮🇳 (@DRAKTRIPATHI12) May 26, 2021
Hum akroshit nahi hai…kyonki humare yaha ka kisaan kush hai
*नए कानून से किसानों को फायदा पंहुचा।
*किसानों को सही मूल्य मिल रहा है।
*मेरे गाँव का किसान इस आंदोलन के साथ नहीं
*ये अड़ातियो का आंदोलन है।
*किसानों को खाद पर सब्सिडी मिल रही है।
*किसानोंकोसमर्थनमूल्यखातेमें आरहा है।— भैया जी कहिंन (@skumarsattu) May 26, 2021
अखिलेश भईया सैफई महोत्सव याद है " पिताजी के जन्मदिन पर 300 cr नाच गाने को फूंक डाले" और आज किसानों का कर्ज याद आ रहा।
— Tarun Kumar (@tarkum344) May 26, 2021
@yadavakhilesh हम किन्हीं तथाकथित किसानों के लिए आक्रोशित नहीं है, हाँ तुम लोगों की सियासी जरूरत है इनके साथ खड़े होने की, चाहें ये लोग लाल किला क्या देश भर में क्यों ना अराजकता फैला दे मगर हम याद रखेंगे की कैसे कोरोना काल में तुम लोगों ने अपने नफे के लिए देश को खतरे में धकेला 😳
— Sachin Kohli (@SKMuradnagar) May 26, 2021
किसान कभी अपना खेत छोड़कर दिल्ली नही जाता है और जो धरने पर बैठे हैं ओ किसान नही नेता है। जो सिर्फ किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाना जानते हैं।
मैं भी एक किसान का बेटा हूं और #मैं_भी_किसान_हूँ ।— Ravindra Nath Maurya (@ravindranath386) May 26, 2021
वो भी क्या दिन थे,जब सत्ता सिंहासन पर बैठकर गरीबी के नाच पर खुश हुआ करते थे.
याद रखो यूपी की जनता माफ नही करेगी.! pic.twitter.com/NaWxl2Fu9Q
— 🔥संजीव सिंह #जयश्रीराम🚩 (@sanjiv809026) May 26, 2021
ये आंदोलन देश के किसानों का नहीं हैं ब्लकि आप जैसे गंदी राजनीति करने वालों नेताओं द्वारा किया जा रहा हैं, 12 विपक्षी पार्टियों ने अपने200 लोगों इकट्टा किया है जिसमें दिल्ली सरकार द्वारा 250 लोगों को हायर किया गया हैं, उनका खाना पीना और जिनको शराब पीनी हो उसका पूरा इंतजाम के साथ.!
— Bittoo Bisht (@BishtBittoo) May 26, 2021
काला दिवस किसान नही तुम जैसे कुर्सी के लालची लोग मना रहे है। किसान हमेशा से हम सब का अन्न दाता रहा है और रहेगा। आंदोलन में किसान नही तुम्हारे ही आदमी बैठे है। और तुम उनसे ही किसानों के नाम पर काला दिवस मनवा रहे हो। अब जनता तुम्हारे बहकावे में नही आने वाली। जनता सब समझती है।
— मोनू कुमार (@85aggarwal) May 26, 2021
— Praveen Sharma (@sharmapraveenok) May 26, 2021