तौलिए में ली क्लास, लड़कियों पर किए सेक्शुअल कमेंट, चेन्नई के PSBB स्कूल के छात्रों ने शिक्षक के खिलाफ शुरू किया ऑनलाइन अभियान

न्यूज़ डेस्क। चेन्नई में स्कूलों के एक समूह, पद्म शेषाद्री बाला भवन (PSBB) के पूर्व और वर्तमान छात्रों ने एक शिक्षक पर छात्राओं के साथ अनुचित व्यवहार और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया में अपनी आपबीती शेयर की। शिक्षक की पहचान राजगोपालन के रूप में हुई है। इसकी शुरुआत ट्विटर से हुई, जहाँ पर कुछ प्रतिभागियों ने स्कूल परिसर में भेदभाव का आरोप लगाया। ट्विटर पर इसकी शुरुआत होते ही कई छात्राओं ने अपने साथ घटित हुए भयानक किस्से साझा किए। जल्द ही, पूर्व और वर्तमान दोनों छात्र, इस शिक्षक से जुड़े अपने खराब अनुभव बताने के लिए आगे आए।

गायिका चिन्मयी श्रीपदा ने ऑनलाइन अभियान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उक्त शिक्षक वर्तमान में चेन्नई के पीएसबीबी स्कूल की केके नगर शाखा में नियुक्त है।

मॉडल कृपाली समदरिया ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक अभियान शुरू किया है और सभी से अपने अनुभव साझा करने का आग्रह किया है ताकि शिक्षक के कथित अनुचित व्यवहार को उजागर किया जा सके। उन्हें स्कूल के दौरान और स्कूल के बाद राजगोपालन के साथ भयानक अनुभव बताते हुए कई मैसेज प्राप्त हुए। विशेष रूप से, 2018 में एक इंटरव्यू में, कृपाली ने उल्लेख किया था कि दुबले होने के कारण उन्हें शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी।

कृपाली के साथ अपनी आपबीती साझा करने वाले छात्रों में से एक ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया कि राजगोपालन ने तौलिए में ऑनलाइन क्लास लिया। उसने लिखा, “वह अपने बाथरूम से सीधे कमर में तौलिया लपेट कर क्लास में आया था।” छात्र ने सबूत के तौर पर कृपाली के साथ एक स्क्रीनशॉट भी साझा किया।

कई छात्राओं ने आरोप लगाया कि राजगोपालन ने उनके शरीर पर अनुचित टिप्पणी की, अनुचित तरीके से छुआ और फिल्मों के लिए बाहर चलने के लिए कहा। छात्राओं में से एक ने डायरेक्ट मैसेज (DM) में उल्लेख किया कि राजगोपालन ने उसके कई बैचमेट्स और जूनियर्स को परेशान किया। लड़की, जो वर्तमान में स्कूल में एक छात्रा है, ने कहा कि राजगोपालन ने उसकी एक दोस्त को फिल्म देखने चलने को कहा। उसने यह भी आरोप लगाया कि शिक्षक ने क्लास ग्रुप में एक अश्लील लिंक साझा किया।

उसने यह भी कहा कि उसने तस्वीरें माँगी और छात्राओं से देर रात तक वीडियो कॉल पर बात करने के लिए कहा।

छात्रा ने व्हाट्सएप पर भेजे गए संदेशों के स्क्रीनशॉट भी साझा किए, जिसमें वह छात्रा की पोशाक की अनुचित रूप से सराहना कर रहा था।

जिस छात्रा से राजगोपालन ने फिल्म देखने जाने के लिए कहा था, वह भी आगे आई और मैसेज का स्क्रीनशॉट शेयर किया। उसने कहा कि वह उसके प्रोजेक्ट चेक करने के अनुरोध की अनदेखी कर रहा था। एक दिन जब उसने राजगोपालन को मैसेज करके प्रोजेक्ट चेक करने के लिए कहा तो वह मान गया और अगले ही दिन उसने उसे बाहर फिल्म देखने चलने के लिए मैसेज किया।

उसने पूछा था, “आज तुम फ्री हो क्या, हम मूवी देखने जा सकते हैं।” जब छात्रा ने उसे कॉर्नर करते हुए सवाल किया कि उसे एक शिक्षक का ऐसा कहना अनुचित लगता है, तो उसने दावा किया कि वह किसी और को यह मैसेज भेज रहा था, जो गलती से उसके पास चला गया।

एक पूर्व छात्रा ने कहा कि उसने कक्षा के सामने उसे गले लगाने की कोशिश की थी। एक अन्य छात्र ने एक छात्रा के स्तन के बारे में उस शिक्षक के द्वारा क्लास में सुनाया गया एक बहुत ही अनुचित चुटकुला साझा किया। कई छात्रों ने कहा कि उनके व्यवहार को अक्सर साथी छात्रों और यहाँ तक कि स्कूल के प्रशासन द्वारा भी सामान्य बताया जाता है। अफसोस की बात है कि राजागोपालन यौन उत्पीड़न समिति का प्रमुख था।

एक अन्य छात्रा ने आपबीती तब साझा की जब वह पाँच साल पहले हांकांग में एक स्कूल प्रतियोगिता में उसके साथ गई थी। यात्रा के दौरान, उसने छात्रा के साथ सेक्शुअल जोक किए और यहाँ तक कि उसे शराब पिलाने की भी कोशिश की। वह उस समय 16 साल की थी। जब उसने बार-बार मना किया, तो उसने उसे नीचा दिखाया और पुरस्कार न जीतने के लिए उसे शर्मिंदा किया। उसने कहा कि वह भी हांगकांग में छात्राओं के साथ खरीदारी करने के लिए भी गया और उनके द्वारा खरीदे गए कपड़ों के बारे में अनुचित प्रश्न पूछे।

एक छात्रा ने अपने उस दोस्त के बारे में बताया जिसके घुँघराले बाल थे। लड़के उसे चिढ़ा रहे थे और उसके बाल जबरदस्ती खींच रहे थे। जब राजगोपालन ने उसकी चीख सुनी, तो उसने कथित तौर पर कहा, “तुम ऐसे क्यों चिल्ला रही हो जैसे तुम्हारा बलात्कार किया जा रहा है।”

छात्रों में से एक आगे आया और आपबीती साझा की। उसने आरोप लगाया कि राजगोपालन ने स्कूल में फोन लाने का आरोप लगाते हुए उसकी तलाशी लेते हुए उसके प्राइवेट पार्ट को छुआ था।

कई छात्रों ने कक्षा में अनुचित व्यवहार के लिए अन्य शिक्षकों को भी निशाने पर लिया। छात्रों में से एक ने संस्कृत के एक पूर्व शिक्षक के बारे में बात की जो छात्रों को गाली देता था, बिना किसी स्पष्ट कारण के उन्हें थप्पड़ मारता था और यहाँ तक कि छात्राओं के साथ खुले तौर पर फ्लर्ट भी करता था। वह ‘गलती से’ लड़कियों के चेंजिंग रूम में चला जाता था और लड़कों और लड़कियों दोनों को अनुचित तरीके से छूता था। इंस्टाग्राम स्टोरी में एक महिला जीव विज्ञान शिक्षक का उल्लेख किया गया था, जो पुरुष छात्रों के साथ खुले तौर पर फ्लर्ट करती थी, लड़कियों के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करती थी और कक्षा में अपशब्दों का इस्तेमाल करती थी। वह छात्रों के साथ यौन टिप्पणी और मजाक भी करती थी।

कई छात्रों ने उल्लेख किया कि उन्होंने उपयुक्त अधिकारियों से संपर्क किया था जिन्होंने किसी भी शिकायत का जवाब नहीं दिया। यहाँ तक कि अभिभावकों की शिकायतों पर भी ध्यान नहीं दिया गया और छात्रों को चुप रहने की चेतावनी दी गई। कई शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया, और छात्रों को कथित तौर पर राजगोपालन या पीएसबीबी में किसी अन्य शिक्षक के खिलाफ शिकायत करने के लिए हंसी का पात्र बना दिया गया। छात्रों को चुप रहने के लिए कहा गया था अन्यथा उनका ‘भविष्य बर्बाद हो जाएगा।’

डीएमके सांसद और महिला विंग सचिव कनिमोझी ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा, “चेन्नई के PSBB स्कूल में एक कॉमर्स टीचर पर यौन उत्पीड़न का आरोप चौंकाने वाला है। इसकी जाँच की जानी चाहिए और स्कूल अधिकारियों समेत उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए जो जो छात्रों की शिकायतों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहे हैं।”

मामले पर PSSB स्कूल ने भी बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि इस तरह की शिकायतें भविष्य में कभी भी प्रबंधन के समक्ष नहीं आई थी। मगर अब स्कूल प्रशासन स्वत: संज्ञान लेते हुए उचित कार्रवाई करेगा।

सोर्स – ऑप इंडिया

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