अपनी ही टीम में दरकिनार हुए विराट कोहली के पास नहीं बचा था कोई रास्ता, रेस में रोहित – राहुल सबसे आगे
खेल डेस्क। 15 जनवरी, शनिवार रात अचानक टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला कर विराट कोहली (Virat Kohli) ने सभी को चौंका दिया लेकिन टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने और फिर वनडे की कप्तानी से हटाए जाने के बाद कोहली के पास कोई रास्ता नहीं बचा था। ये कहना गलत नहीं होगा कि एक सफल कप्तान ‘रिटायर्ड हर्ट ’ हुआ है।
मौजूदा हालातों से ऐसा लग रहा होगा कि कोहली के इस फैसले के पीछे का कारण दक्षिण अफ्रीका से मिली टेस्ट सीरीज हार है लेकिन असल में इसका आगाज 16 सितंबर के उस ट्वीट से हो गया था जब कोहली ने टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया था और वजह टेस्ट और 2023 विश्व कप को जेहन में रखकर वनडे क्रिकेट पर फोकस करने को बताया था। लेकि तब शायद ही किसी ने इस दौर के महानतम बल्लेबाज के चार महीने में ‘अर्श से फर्श’ के इस सफर की किसी ने कल्पना नहीं की होगी।
दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए रोहित शर्मा टेस्ट टीम के उपकप्तान थे हालांकि चोट की वजह से दौरे से बाहर होने के बाद उनकी जगह ये जिम्मेदारी केएल राहुल ने निभाई थी लेकिन अब रोहित का टेस्ट कप्तान बनना तय है। श्रीलंका के खिलाफ सीरीज बतौर कप्तान उनकी पहली जिम्मेदारी होगी। वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत रोहित जब भी ब्रेक लेंगे तो केएल राहुल को कमान सौंपी जा सकती है।
बीसीसीआई सूत्रों की मानें तो कोहली ने ये फैसला लेने से पहले बोर्ड के आला अधिकारियों से कोई मशविरा नहीं किया। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर रवानगी से पहले तूफानी प्रेस कांफ्रेंस के बाद इसकी उम्मीद भी कम ही थी। ये उनका और सिर्फ उनका फैसला था। उन्होंने औपचारिक बयान जारी करने से पहले बीसीसीआई से इतना ही कहा कि वो थक चुके हैं।
कोच राहुल द्रविड़ अब टीम के भविष्य का खाका तैयार कर रहे हैं। टीम कप्तान विराट कोहली से आगे निकल चुकी है और अब फोकस बल्लेबाज कोहली पर होगा।